निशाने पर 'आप' एमएलए नहीं, मारा गया साथी ही था, 1 गिरफ्तार
दिल्ली के महरौली इलाके में मंगलवार की रात आम आदमी पार्टी के नव-निर्वाचित विधायक नरेंद्र यादव के काफिले पर हुई गोलीबारी की घटना पुरानी रंजिश का नतीजा थी;
नई दिल्ली। दिल्ली के महरौली इलाके में मंगलवार की रात आम आदमी पार्टी के नव-निर्वाचित विधायक नरेंद्र यादव के काफिले पर हुई गोलीबारी की घटना पुरानी रंजिश का नतीजा थी। रंजिश भी विधायक से नहीं बल्कि हमले में मारे गए विधायक के साथी अशोक मान से थी। गोलीबारी की घटना में अशोक मान की ही जान गई थी। इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी से इस तथ्य का खुलासा हुआ है।
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता ने बुधवार को आईएएनएस को यह जानकारी दी। प्रवक्ता के मुताबिक, "गिरफ्तार हमलावर का नाम धर्मवीर उर्फ कालू (42) है। कालू के पास से पुलिस ने एक देसी तमंचा मय दो जीवित कारतूस बरामद किया है। कालू और अशोक मान निवासी किशनगढ़ दिल्ली के परिवार की हमलावर धर्मवीर के परिवार से नवंबर 2019 से रंजिश थी। उस दौरान दोनों पक्षों में हुई मारपीट के बाबत वसंतकुंज थाने में आपराधिक मामला भी दर्ज किया गया था।"
दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि धर्मवीर व उसके साथी हमलावरों के निशाने पर आम आदमी पार्टी के मंदिर से लौट रहे विधायक नहीं थे। यह बात भी प्राथमिक पूछताछ में पकड़े गए आरोपी हमलावर धर्मवीर उर्फ कालू ने पुलिस को बताई है। मंगलवार रात हुए इस गोलीकांड में किशनगढ़ गांव का रहने वाला और घटना का चश्मदीद 46 साल का हरेंदर गोली लगने से जख्मी हो गया था। उसका इलाज चल रहा है।
धर्मवीर से हुई पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंगलवार की रात विधायक के काफिले पर हमला करने वाले कुल तीन लोग थे। इनमें से धर्मवीर पकड़ा गया, जबकि बाकी दो अन्य की पुलिस तलाश कर रही है।