बीते पांच सालों के दौरान 877 सफाई कर्मचारियों ने गंवाई जान : दत्त

सफाई के लिए जरुरी उपकरणों एंव स्वास्थ्य रक्षक उपायों के अभाव में बीते पांच सालों 2012 से 2017 के दौरान दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में कार्यरत 877 सफाईकर्मचारी सेवानिवृत होने से पहले ही अपनी जान गंवा चुक;

Update: 2018-05-19 13:22 GMT

नई दिल्ली। सफाई के लिए जरुरी उपकरणों एंव स्वास्थ्य रक्षक उपायों के अभाव में बीते पांच सालों 2012 से 2017 के दौरान दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में कार्यरत 877 सफाई कर्मचारी सेवानिवृत होने से पहले ही अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि शेष सफाई कर्मियों के जीवन पर गंभीर बीमारियों की तलवार लटक रही है।

उक्त जानकारी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल के नेता अभिषेक दत्त ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी। दत्त ने बताया कि कार्य के दौरान सफाईकर्मचारियों की सुरक्षा के बाबत कांग्रेस द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसे न्यायालय ने न सिर्फ  स्वीकार कर लिया है बल्कि राजधानी के सभी निकायों से असमय काल के गाल में समाने वाले सफाईकर्मियों की जानकारी और सुरक्षा उपायों की मांगी है।

इसके लिए न्यायालय ने सभी निकायों से 4 हफ्ते का समय दिया है। इन निकायों में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के साथ उत्तरी दिल्ली नगर निगम ए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद्, दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड को भी शामिल किया गया हैं। 

अभिषेक दत्त के मुताबिक सार्वजनिक स्थलों की साफ सफाई के दौरान उड़ने वाली धूल और नाले नालियों से निकलने वाली गंदगी से होने वाले संक्रमण के चलते सफाईकर्मियों की जान सांसत में रहती है। वहीं, स्वास्थ्य जांच के दौरान अक्सर इनमें खराब फेफड़ों के साथ टीबी जैसी बीमारियां पाई जाती हैं।

लिहाजा इन्हें मास्क, दस्ताने, वर्दी और स्वास्थ्य रक्षा से संबंधित अन्य उपकरण मुहैया कराये जाने चाहिए ताकि स्वास्थ्यजन्य परिस्थितियों निर्माण किया जा सके और ड्यूटी के दौरान या सेवानिवृति से पहले होने वाली असमय मौतों पर रोक लगाई जा सके।  


 

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