लूट के 6 आरोपी गिरफ्तार, साढ़े 11 लाख बरामद
शराब दुकान से निकाले जाने के बाद सुपरवाईजर से बदला लेने के लिए सेल्समेन ने लूट की थी;
महासमुंद। शराब दुकान से निकाले जाने के बाद सुपरवाईजर से बदला लेने के लिए सेल्समेन ने लूट की थी। शनिवार 17 अक्टूबर को तुमगांव थाना क्षेत्र स्थित गाड़ाघाट शराब दुकान के सुपरवाइजर के साथ हुए लूट की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट की रकम 11 लाख 52 हजार और घटना में प्रयुक्त बाइक क्रमांक सीजी 04 एमसी 2971 डिलक्स, सीजी 04 एचजे 8782 होण्डा साइन पुलिस ने जब्त कर ली है।
रविवार 18 अक्टूबर को स्थानीय कंट्रोल रुम में एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा किया। उन्होनें बताया कि पूर्व में कार्यरत दुकान के सेल्समेन विजय मनहरे ने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। जिसे तुमगांव पुलिस और साइबर सेल की टीम ने पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में खरोरा थाना क्षेत्र के परसवानी निवासी विजय मनहरे 31 वर्ष, पटेवा थाना क्षेत्र के जोगीडीपा राजेश कुमार जांगड़े 23 वर्ष और राहुल नंदे 27 वर्ष, खरोरा थाना क्षेत्र के देवगांव निवासी धनीराम उर्फ धनी 26 वर्ष, योगेश धृतलहरे 22 वर्ष अमर धृतलहरे 22 वर्ष शामिल हैं। ज्ञात हो कि शनिवार 17 अक्टूबर को गाड़ाघाट शराब दुकान के सुपरवाईजर के साथ लूट हुई थी। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 394, 34 के तहत जुर्म दर्ज किया है।
शनिवार सुबह 8 बजे गाड़ाघाट शराब दुकान का सुपरवाइजर मनीष गुप्ता दुकान की बिक्री की रकम 11 लाख 52 हजार रुपए बैग में रखकर बैंक में जमा करने बाइक से महासमुंद के लिए निकला था। नहर किनारे खड़े तीन नकाबपोश उनसे टकरा गए और उनके गिरते ही आंखों में मिर्ची पावडर छिडक़कर बैग छीनकर भाग गए। घटना की जानकारी मनीष ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पूछताछ की और घटना स्थल का जायजा लेकर जंाच में जुट गई। रास्तेे में लगे सीसीटीव्ही कैमरों के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों को समोदा से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपी लूट की रकम का बंटवारा कर अपने-अपने घर चले गए थे जिन्हें पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस ने बताया कि जानकारी लेने पर पता चला कि उक्त दुकान में ही पूर्व में काम करने वाला विजय मनहर तीन-चार दिनों से शराब भट्टी के आसपास घूमता हुआ देखा गया है एवं उनके साथ अन्य तीन-चार लोग भी थे, जो दूसरे जिले के थे। यह भी पता चला कि मनीष गुप्ता का विजय मनहरे से पूर्व में विवाद हुआ था। आरोपी विजय मनहरे मनीष गुप्ता को नुकसान पहुचाने योजना बना रहा था।
दुकान में काम करने की वजह से उसे मालूम था शराब दुकान में रखी रकम जमा करने मनीष कब जाता है। विजय ने दुकान में कार्यरत सेल्समेन राहुल नंदे व राजेश कुमार जांगड़े के साथ देवगांव थाना खरोरा निवासी धनीराम घृतलहरे उर्फ धनी व योगेश धृतलहरे व अमर धृतलहरे को भी अपने प्लान में शामिल किया। उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देेशन में अनु0अधिकारी नारद सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में थाना तुमगांव प्रभारी केशव कोसले, सायबर सेल प्रभारी संजय सिंह राजपूत, प्रआर प्रकाश नंद, सतीश शर्मा, मिनेश धु्रव, प्रवीण शुक्ला, आर शुभम पाण्डेय, चम्पलेश ठाकुर, रवि यादव, विरेन्द्र नेताम, शैलेष ठाकुर, देव कोसरिया, दिनेश साहू, अजय जांगड़़े, लाल कुर्रे संजय निषाद, अनिल गिलहरे आदि द्वारा की गई।