नोएडा एयरपोर्ट का 31 फीसदी निर्माण कार्य पूरा, दिसंबर तक डीजीसीए को सौंपने की तैयारी
यमुना इंटरनेषनल एयरपोर्ट को सभी विभागों से दिसंबर से पहले एनओसी देने की तैयारी;
ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का निर्माण कार्य करीब 31 प्रतिशत पूरा हो गया है। दिसंबर तक एयरपोर्ट डीजीसीए को सौंप दिया जाएगा। ताकि तकनीकी उपकरण लगाए जाने के बाद एयरपोर्ट का ट्रायल रन शुरू हो सके। इससे पहले विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने जरूरी एनओसी, एयरपोर्ट के पहुंच मार्ग और आने जाने के विकल्पों (मेट्रो, हाई स्पीड रेल) को पूरा करने के लिए कहा है।
जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कार तेजी से चल रहा है। अब तक करीब 31 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। एयरपोर्ट की एयर ट्रेफिक कंट्रोल बिल्डिंग (एटीसी), टर्मिनल बिल्डिंग और रनवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। वर्तमान समय में इसके निर्माण कार्य में 2922 कर्मचारी लगे हुए हैं। अब तक करीब निर्माण कार्य पर 1600 करोड रुपए खर्च किए जा चुके हैं। कुल लागत का करीब 23.6 प्रतिशत पैसा खर्च हुआ है। टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने पिछले साल जून में निर्माण कार्य शुरू किया था।
योजना के मुताबिक दिसंबर तक इसे डीजीसीए को सौंप दिया जाएगा। ताकि वहां पर संचालन के लिए जरूरी उपकरण लगाए जा सकें। डीजीसीए के वापस लौटने के बाद इसका ट्रायल रन शुरू होगा।
एयरपोर्ट को लेकर विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के साथ बैठक हुई। बैठक में यापल के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें जरूरी एनओसी चाहिए, जो समय पर मिल जाएं। इस पर नायल ने कहा है कि वह सूची उपलब्ध कराएं कि उन्हें कौन-कौन सी एनओसी चाहिए। यापल ने कहा उनके जो भी मामले लंबित हैं, उनको पूरा किया जाए। एयरपोर्ट से यमुना एक्सप्रेस वे तक सड़क और इंटरचेंज का निर्माण पूरा किया जाए।
750 मीटर लंबी सड़क 8 लेन की बनाई जानी है। जबकि इंटरचेंज में चार लूप बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट के अनुसार मित्रों और हाई स्पीड रेल का भी संचालन शुरू किया जाए। इसके अलावा उत्तर की ओर और कार्गाे की ओर पहुंच मार्ग का निर्माण किया जाए। पानी के इंतजाम को भी पूरा करने की मांग की। इस पर नायल के अधिकारियों ने बताया कि सभी बिंदुओं पर पहले से काम चल रहा है।