30 से 35 फीसद बढ़े मरीज
मौसम में आ रहे बदलाव से लगातार बुखार और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है;
नोएडा। मौसम में आ रहे बदलाव से लगातार बुखार और मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मलेरिया में सात हजार तक प्लेटलेट्स हो जा रही हैं। मंगलवार को जिला अस्पताल में सात हजार प्लेटलेट्स होने पर इलाज कराने के लिए पहुंची।
मरीज को खून का रिसाव भी हो रहा था। मरीज निजी अस्पताल से मलेरिया पॉजिटिव की रिपोर्ट लेकर आया था। अस्पताल में प्लेटलेट्स की सुविधा ना होने की वजह से उसको रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल की इमरजेंसी डॉक्टर मनीषा ने बताया कि इमरजेंसी में पूजा नाम की एक मरीज आई थी। उसके पास मलेरिया पॉजिटिव की रिपोर्ट थी। जिसमें उसकी 18 हजार के करीब प्लेटलेट्स थी। जब जिला अस्पताल में दोबारा से जांच कराई तो 7 हजार प्लेटलेट्स पहुंच गई थी। मरीज को खून का रिसाव भी हो रहा था। मरीज की हालत गंभीर थी। इसलिए उसको रेफर कर दिया गया।
फैलिक्स अस्पताल के सीएमडी डॉक्टर डी के गुप्ता ने बताया कि अमूमन मलेरिया में प्लेटलेट्स इतनी कम नहीं होती है। हो सकता है मरीज को मलेरिया के साथ संक्रमण या अन्य बीमारी भी हो। इन दिनों वायरल के मरीज बहुत बढ़ गए हैं। पिछले एक हफ्ते में ओपीडी में 30 से 35 प्रतिशत मरीज फिजिशियन के पास बढ़ गए हैं। कैलास अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर ए के शुक्ला ने बताया कि इस समय ओपीडी में 30 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई है। वायरल फीवर, डेंगू और स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीज आ रहे हैं।
अस्पतालों को दिए बेड बढ़ाने के निर्देश
सीएमओ डॉक्टर अनुराग ने बताया कि अब स्थिति सामान्य हैं। लेकिन फिर भी अस्पतालों का निर्देश दिए गए हैं कि वो किसी मरीज को बेड की कमी से इलाज करने से मना नहीं करेंगे। जहां पर सेंट्रल एसी नहीं है वहां पर निजी अस्पताल बेड बढ़ा सकते हैं। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 5-5 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं।
10 स्वाइन फ्लू के सैंपल और मिले। स्वास्थ्य विभाग को निजी अस्पतालों से 10 स्वाइन फ्लू के सैंपल मिले हैं। इन सैंपलों को जांच के लिए दिल्ली भेज दिया गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग अब केवल उन्हीं सैंपलों को जांच के लिए भेज रहा है जो मरीज गंभीर है।