उप्र : अधिवक्ता श्रीवास्तव हत्याकांड में प्रतापगढ़ से 3 शूटर गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इलाहाबाद में हुई अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड मामले में प्रतापगढ़ से शूटर विशाल विश्वकर्मा समेत तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है;
लखनऊ/इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) इलाहाबाद में हुई अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव हत्याकांड मामले में प्रतापगढ़ से शूटर विशाल विश्वकर्मा समेत तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है।
अधिवक्ता की हत्या के लिए होटल मालिक प्रदीप जायसवाल ने अपने दोस्त घनश्याम अग्रहरि और अंजनी लाल श्रीवास्तव के जरिए तीन लाख रुपये की सुपारी शूटरों को पहुंचाई थी। प्रदीप ने राजेश की हत्या नगर निगम के नाले पर अवैध कब्जे के विरोध में करवाई थी।
पुलिस प्रदीप जायसवाल में पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। उससे मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ ने कल प्रतापगढ़ से विशाल विश्वकर्मा को पकड़ा। फिर प्रतापगढ़ से ही दूसरे शूटर शमशाद और मो. रईश को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास दो तमंचे, कारतूस, चोरी की बाइक और तीन मोबाइल फोन बरामद हुये हैं। पुलिस इस हत्याकांड में शामिल 6 लोगों में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। फरार दो आरोपियों की तलाश जारी है।
बता दे कि बीती 10 मई को थाना कर्नलगंज क्षेत्र के मनमोहन पार्क के पास बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों ने अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में पहली सफलता टीम को वारदात के दो दिन बाद लगी थी, जब पुलिस ने इलाहाबाद के क्राउन प्लाजा होटल के मालिक प्रदीप जायसवाल को गिरफ्तार किया था। उसके बाद बुधवार को पुलिस ने शूटर विशाल को पकड़ा था।
एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि प्रदीप जायसवाल के का क्राउन प्लाजा होटल है। प्रदीप के होटल का काफी नगर निगम की जमीन पर था। अवैध रूप से बने इस होटल के खिलाफ वकील राजेश श्रीवास्तव लगातार पैरवी कर रहे थे। प्रदीप को इसी कात की राजेश से रंजिश थी। प्रदीप को लग गया था कि राजेश की पैरवी से प्रशासन उसके अवैध अतिक्रमण को ढहा देगा। जिससे उसे करोड़ों रुपये का नुकसान होगा। इसके बाद ही उसने अपने दोस्त घनश्याम अग्रहरि से कही। ओम सांई डीजे के संचालक घनश्याम की प्रदीप के होटल के बगल में ही दुकान है। इन दोनों में काफी दोस्ती थी और रोजाना साथ में शराब पीते थे।
आईजी अमिताभ यश ने बताया कि घनश्याम अग्रहरि ने अपने अपराधी प्रवृत्ति के दोस्त अंजनी लाल श्रीवास्तव से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि अंजनी शातिर अपराधी है और वह छोटा राजन के साथ कुछ दिन सम्पर्क में रहा है। अंजनी ने ही प्रतापगढ़ के जोगापुर निवासी शमशाद और गोपालापुर निवासी विशाल विश्वकर्मा को हत्या के लिए राजी किया। शमशाद ने राजेश श्रीवास्तव की रेकी के लिये अपने मित्र मो. रईस को हत्याकाण्ड में शामिल किया। शमशाद राजेश श्रीवास्तव के घर के बाहर मुखबिरी कर रहा था। वहीं विशाल ने पार्क के पास राजेश श्रीवास्तव को गोली मारी थी। वहीं रईस चला रहा बाइक था।