एकताल के ग्रामीण एनटीपीसी के खिलाफ हुए लामबंद
जिले के पुसौर ब्लाक में लग रहे एनटीपीसी पावर प्लांट में कोयला सप्लाई करने के लिए बिछाई जाने वाली रेल लाईन को लेकर किसान लगातार आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं;
रायगढ़। जिले के पुसौर ब्लाक में लग रहे एनटीपीसी पावर प्लांट में कोयला सप्लाई करने के लिए बिछाई जाने वाली रेल लाईन को लेकर किसान लगातार आक्रोश व्यक्त करते हुए एनटीपीसी की मनमानी पर रोक लगाने की मांग करते हुए अब सीधे शिकायत के अलावा काम रोकने की धमकी दे रहें है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तमनार से लेकर पुसौर तक बिछाई जाने वाली रेल लाईन बिछाई जा रही है जिसमें तमनार से लेकर पुसौर ब्लाक तक के कई गांव आने से किसानों की सिंचित जमीनें भी अधिग्रहित की जा रही है पर एकताल के गांव के किसानों को न तो कोई नोटिस जारी किया गया है और न ही कोई जानकारी जमीन लेने संबंधी दी गई है।
प्रशासन ने सीधे-सीधे जमीन अधिग्रहण संबंधी अधिसूचना जारी करके एनटीपीसी रेल लाईन का काम शुरू करवा दिया है और काम शुरू होनें से किसानों की सिंचित जमीनों का अधिकांश हिस्सा उसकी जद में आ रहा है जिसका विरोध एकताल के 40 से भी अधिक किसान कर रहें है उनका कहना है कि उनकी जमीनें जाने से न केवल उनको अपनी सिंचित जमीनों से हाथ धोना पड़ेगा बल्कि आजिविका का साधन भी कम हो जाएगा।
उनका आरोप है कि एनटीपीसी के अधिकारी मनमाने ढंग से उनकी जमीनों पर कब्जा कर रहें हैं और वे जमीन देना ही नही चाहते। उनके साथ कांगे्रस नेता अनिल अग्रवाल का भी यह आरोप है कि नियमों के विपरीत भू-अधिग्रहण किया जा रहा है जबकि नियम के अनुसार किसानों की जमीनें लेने से पहले आम सूचना के साथ-साथ ग्रामसभा का आयोजन किया जाता है पर रेल लाईन के मामले में ऐसी कोई प्रक्रिया नही अपनाई गई जिससे सीधे-सीधे किसानों के उपर दवाब बनाकर उनकी जमीनें अधिग्रहित की जा रही है।
जांच से होगी स्थिति स्पष्ट-कलेक्टर
इस पूरे मामले में जिला कलेक्टर शम्मी आबिदी का कहना है कि ग्राम एकताल के लोगों की शिकायत के बाद इसमें एक जांच समिति बनाई जा रही है जिसमें इस बात की जानकारी मिल जाएगी कि जमीन अधिग्रहण के लिए नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई गई थी या नही।