वाराणसी में मकर संक्रांति पर लाखों ने गंगा में लगायी आस्था की डुबकी
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में मकर संक्रांति (खिचड़ी) का पर्व परंपरागत श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के मनाया गया;
वाराणसी । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में मकर संक्रांति (खिचड़ी) का पर्व परंपरागत श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के मनाया गया। इस मौके पर लाखों लोगों ने गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगायी तथा दान-पुण्य किया।
विश्व प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट, राज घाट, असि घाट, राजेंद्र घाट, पंचगंगा घाट समेत अधिकांश घाटों पर गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालियों का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान के बाद भगवान सूर्य की आराधना की तथा मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की। काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य मंदिरों में देवी-देवताओं के दर्शन-पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने गरीबों को गुड़ एवं तिल दान देकर पुण्य कमाया। दशाश्वमेध मार्ग पर खिचड़ी बाबा मंदिर पर श्रद्धालुओं को प्रसाद के रुप में खिचड़ी वितरित की गई।
उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने गणमान्य लोगों के साथ असि घाट से नाव नौका विहार किया तथा स्नान के बाद बाबा केदार नाथ मंदिर जाकर पूजा अचर्ना की तथा राज्य के निवासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खिचड़ी दान कर पुण्य कमाया।
खिचड़ी पर्व के अवसर पर युवाओं एवं बच्चों ने जमकर पतंग उड़ाये। लोग अपने घरों की छतों के अलावा बड़ी संख्या में गंगा उस पार दिनभर पतंगबाजी करते रहे। पतंग की कई दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी गई। आरंगाबाद इलाके के दुकानदार संदीप ने बताया कि इस बार ‘मोदी-अमित शाह जोड़ी नंबर-1’ ब्रांड की पतंगों की मांग अधिक रही। हलांकि, बच्चों के बीच पिछले सालों की तरह विभिन्न कार्टून सिरियलों के किरदारों की तस्वीरों वाली पतंगों की धूम रही।
अधिकारी सूत्रों ने बताया कि मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे। घाटों तक आने-जाने के लिए यातायात की समुचित व्यवस्था की गई थी। गंगा में जल पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और सड़कों पर यातायात पुलिस के जवानों ने निगरानी की।