शासकीय अस्पताल में निजी डॉक्टर व स्टाफ की मौजूदगी संदेह के घेरे में
कार्यक्रम की आड़ में निजी नर्सिंग होम ओकार शोभा सुपर मल्टी स्पेशस्लिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ अपनी निजी दुकान चलते पकड़े गए ....;
गौरेला। गौरेला के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम की आड़ में निजी नर्सिंग होम ओकार शोभा सुपर मल्टी स्पेशस्लिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर और स्टाफ अपनी निजी दुकान चलते पकड़े गए शासकीय चिकित्सालय में किसकी अनुमति से निजी नर्सिंग होम वहाँ जांच के नाम पर बैठा था किसी को पता नहीं। मीडिया को जब इसकी खबर लगी तो गर्भवती महिलाओं में नाम गांव और मोबाइल नम्बर लेते हुआ स्टाफ वहाँ पकड़ा गया पोल खुलने के बाद निजी नर्सिंग होम के महिला डॉक्टर और स्टाफ वहां से भाग खड़ा हुआ।
दुर्भाग्यजनक बात यह है की जाच की पूरी प्रक्रिया के दौरान शासकीय चिकित्सालय का स्टाफ निजी नर्सिंग होम के व्यावसायिक इस काम में सहयोग करते नजर आ रहे थे। शासकीय चिकित्सालय में घुसकर वहां खुले आम पाँव पसार रहा है और शासकीय योजनाओं पर ठेंगा दिखा रहा है। गौरेला के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में 200 से अधिक गर्भवती महिलाओं की भीड़ जमा थी जिनका प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत गर्भ धारण के 9 माह के भीतर 4 बार नि:शुल्क जांच प्रक्रिया किया जाना है। जिसमे प्रत्येक माह की 9 तारिख को यह जांच देश भर में शासकीय चिकित्सालयों में तय किया गया है।
आज भी यहाँ भीड़ जमी हुई थी मौका बढ़िया था तो निजी नर्सिंग होम ओकार शोभा सुपर मल्टी स्पेस्लिटी हॉस्पिटल ने अपनी दुकानदारी बनाने और उन गर्भवती महिलाओं का शासकीय अस्पताल परिसर के शासकीय मेज पर बैठकर उनका नाम, गाव और संपर्क नम्बर लिख रहे थे साथ ही आगे की जाच के लिए निजी नर्सिंग होम ओकार शोभा सुपर मल्टी स्पेस्लिटी हॉस्पिटल में प्रसव कराने तक आने के लिए प्रेरित भी कर रहे थे। मीडीया को जब इसकी जानकारी लगी तो नर्शिग होम का स्टाफ पहले तो मीडिया से बहस ही करने लगाए पर अन्दर जाच कर रही डॉक्टर को जब इसकी जानकारी लगी तो अपने स्टाफ को लेकर भाग खडी हुई।
इस पूरी प्रक्रिया पर शासकीय अस्पताल का स्टाफ उनकी मदद कर रहा था। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र गौरेला जिस जगह स्थित है उसके चारो तरफ अनुविभाग के जिम्मेदार अधिकारी अतिरिक्त कलेक्टर ए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार सहित कार्यालय एवं अवास है इन सब की नाक के नीचे शासकीय स्वास्थ केंद्र में निजी नर्शिग होम का स्टाफ अपने आप को न सिर्फ प्रमोट करे बल्कि मरीजो का नाम नंबर लेकर उन्हें आगे की जाच के लिए अपने नर्सिंग होम में आने के लिए कहे, ये शासन प्रशासन के लिए बड़े शर्म की बात है।
वही सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के अधिकारी मामले का खुलासा होने के बाद बगले झाकते नजर आये उनकी माने तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर हमने निजी नर्शिग होम की महिला चिकित्सक को हायर किया है जो गर्भवती महिलाओं की जांच करेगी परन्तु उनका स्टाफ अगर उनके नाम नंबर लिख रहा है तो इसकी जानकारी मुझे नहीं है, अगर ऐसा है तो रजिस्टर को जप्त किया जायेगा।