राफेल सौदे मामले में मोदी ने मानी अपनी गलती : राहुल
सरकार ने एक हलफनामा दायर करके सोमवार को सीलबंद लिफाफे में न्यायालय को सौदे से जुडी जानकारी और विमानों की कीमत के बारे में बताया है

नयी दिल्ली। राफेल विमान सौदे को लेकर मोदी सरकार को घेर रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि उन्होंने उच्चतम न्यायालय में दायर हलफनामे में अपनी गलती मान ली है।
गांधी ने आज ट्वीट करके कहा, “सुप्रीम कोर्ट में मोदी जी ने मानी अपनी चोरी। हलफ़नामे में माना कि उन्होंने बिना वायुसेना से पूछे कांट्रैक्ट बदला और 30,000 करोड़ रूपया अंबानी की जेब में डाला। पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त।”
सुप्रीम कोर्ट में मोदीजी ने मानी अपनी चोरी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 13, 2018
हलफ़नामे में माना कि उन्होंने बिना वायुसेना से पूछे कांट्रैक्ट बदला और 30,000 करोड़ रूपया अंबानी की जेब में डाला।
पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त...https://t.co/flCgrrlUjw
उल्लेखनीय है कि राफेल सौदे को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने सरकार से फ्रांस से खरीदे जाने वाले विमानों की कीमत बताने को कहा था।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी राफेल बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी डसाल्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साक्षात्कार का हवाला देते हुए ट्वीट किया है ,“कहलावाकर दिलवाये गये साक्षात्कार और झूठ से राफेल घोटोले को नहीं दबाया जा सकता।
कानून का पहला नियम परस्पर लाभ लेने वाले और सह अभियुक्त के बयान का कोई महत्व नहीं होता। दूसरा नियम लाभार्थी और आरोपी अपने ही मामले में जज नहीं हो सकते। सच्चाई बाहर आने के अपने रास्ते होते हैं।”
‘Dictated Interviews’ & ‘Manufactured Lies’ can not suppress the #Rafale Scam!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 13, 2018
First rule of Law-
Mutual Beneficiaries & Co-accused’s statements hold no value.
Second Rule:-Beneficiaries & Accused can’t be Judge in their own case.
Truth has a way of coming out. https://t.co/rRoGlKNl6q


