देवरिया के बालिका गृह मामले में योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी को हटाया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया के जिला मुख्यालय में स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट के मामले में कड़ा रूख अपनाते हुये जिलाधिकारी सुजीत कुमार को हटा दिया है;
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया के जिला मुख्यालय में स्थित बालिका गृह से सेक्स रैकेट के मामले में कड़ा रूख अपनाते हुये जिलाधिकारी सुजीत कुमार को हटा दिया है।
सभी जिलाधिकारी तत्काल अपने-अपने जनपद में स्थित महिला संरक्षण गृह तथा बाल संरक्षण गृह का निरीक्षण कर 12 घण्टे में शासन को आख्या उपलब्ध कराएं: #UPCM श्री #YogiAdityanath
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने जनपद देवरिया स्थित नारी संरक्षण गृह के प्रकरण पर गंभीर रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी को स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य बालिका और बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, राज्य के मुख्य सचिव गृह अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव (महिला कल्याण) रेणुका कुमार और पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह को देवरिया के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने संपूर्ण प्रकरण की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण श्रीमती रेणुका कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (महिला हेल्पलाइन) श्री अंजू गुप्ता की जांच कमेटी के गठन का निर्देश दिए।
अाधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार से इस मामले की जांच करने और शाम तक रिपोर्ट सौपने का आदेश दिया है। अधिकारी लखनऊ से सरकारी हेलिकॉप्टर द्वारा देवरिया पहुंचे गये हैं।
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने संपूर्ण प्रकरण की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण श्रीमती रेणुका कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक (महिला हेल्पलाइन) श्री अंजू गुप्ता की जांच कमेटी के गठन का निर्देश दिए।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी के अलावा डीपीओ प्रभात कुमार को भी हटा दिया है। वहीं बाल कल्याण अधिकारी रेणुका कुमार से इस मामले पर रिपोर्ट तलब किया गया है।
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने जनपद देवरिया के पूर्व जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अभिषेक पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने तथा पूर्व में प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी के रूप में तैनात श्री नीरज कुमार तथा श्री अनूप सिंह के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले सभी जिला अधिकारियों को बाल गृह और महिला संरक्षण गृह का व्यापक निरीक्षण करने का निर्देश दिया था। बताया जा रहा है कि जिलाधिकारी ने यहां का निरीक्षण नही किया था।
योगी ने इसके पहले जिलाधिकारी सुजीत कुमार से मामले की पूरी जानकारी ली थी। पूरे प्रकरण की जांच कर शाम तक रिपोर्ट उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि मां यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित इस बालिका गृह की मान्यता को शासन ने पहले ही स्थगित कर दी थी। इसके बाद भी संस्था में बालिकाएं, शिशु तथा महिलाओं को रखा जा रहा था। रविवार को बालिका गृह से बेतिया बिहार की रहने वाली एक बालिका प्रताड़ना के चलते भाग निकली और पूरे प्रकरण का खुलासा हो गया।