यमुना प्राधिकरण 22 साल में एयरपोर्ट के साथ विकास का उड़ान भरने को तैयार

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण आज मना रहा 23 वां स्थापना दिवस;

Update: 2023-04-24 02:04 GMT

- देवेंद्र सिंह

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास ने 22 साल के सफर में सिर्फ सात साल में ही विकास के तमाम नये आयाम स्थापित किए हैं। 2013 में यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण में एक भी औद्योगिक इकाई लगने की बात दूरी रही भूखंड का आवंटन तक नहीं हुआ था। औद्योगिक के बजाय आवासीय प्राधिकरण बनकर रह गया था। उस दौरान प्राधिकरण घाटे में चल रहा था कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं होते थे, उन्हें वेतन देने के लिए बैंक से लोन लेना पड़ता था। प्रदेश सरकार की तरफ से समुचित सहयोग मिलने पर 2017 के बाद प्राधिकरण लाभ में आ गया। इंटरनेशनल एयरपोेर्ट समेत तमाम बड़े उद्योग यहां आ गए। यहां मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, ट‘वाय पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क आदि विकसित हो रहे हैं।

प्रदेश सरकार ने 24 अप्रैल 2001 को यमुना प्राधिकरण की स्थापना की। ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेसवे का निर्माण और उसके दोनों ओर यमुना सिटी विकसित करने की परिकल्पना की गई। इस प्राधिकरण की जद में छह जिले गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा आ गए। पहले चरण में गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर के गांवों की जमीन लेकर यमुना सिटी विकसित की जा रही है।

2017 से पहले यमुना प्राधिकरण घाटे में चल रहा था। चर्चा तो यहां तक होती थी कि इस प्राधिकरण का ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में विलय करना होगा। तमाम उतार-चढ़ाव के बीच 2021-22 में प्राधिकरण 404 करोड़ रुपये के फायदे में आ गया। यहां पर अपैरल पार्क, हैंडीक्राफ्ट पार्क, एमएसएमई पार्क, ट‘वाय पार्क, डाटा पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क आदि की परिकल्पना की गई और इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। अपैरल, एमएसएमई, उत्तर भारत के पहले मेडिकल डिवाइस पार्क में आवंटियों को जल्द कब्जा देने की तैयारी है।

जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होने से यमुना प्राधिकरण को बूस्टर मिल गया। एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर में विकसित हो रहा है। सिविल एविएशन हब, लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग का बड़ा केंद्र बनने की संभावनाएं प्रबल हो गईं। यमुना प्राधिकरण ने इस पर काम शुरू कर दिया। टप्पल में पहले चरण में 250 हेक्टेयर में लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ गए हैं।

प्राधिकरण अपने क्षेत्र को पर्यटन से भी जोड़ने की तैयारी में है। इसके लिए राया में हेरिटेज विकसित करने की योजना है। इसकी डीपीआर बन गई है। सेक्टर-21 में 1000 एकड़ में फिल्म सिटी विकसित करने की तैयारी है। इसके लिए तीसरी बार जल्द टेंडर निकाले जाएंगे। यमुना प्राधिकरण कनेक्टिविटी पर बड़ा काम कर रहा है।

जेवर से नई दिल्ली तक एयरपोर्ट मेट्रो, एयरपोर्ट और प्रस्तावित फिल्म सिटी के बीच पॉड टैक्सी चलाना, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ना, यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए इंटरचेंज बनाना और जेवर एयरपोर्ट के चारों ओर 100 मीटर चैड़ी पेरीफेरल रोड बनाने की दिशा में काम चल रहा है।

जेवर इलाके को रेलमार्ग से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग के चोला स्टेशन से जेवर तक रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट विकसित हो रहा है। पहला चरण 1334 हेक्टेयर में विकसित किया जा रहा है। दूसरा चरण 1365 हेक्टेयर, तीसरा चरण 1318 हेक्टेयर और चैथा चरण 735 हेक्टेयर में विकसित होगा। यह परियोजना यमुना प्राधिकरण में विकास में बड़ा योगदान है। इसी के चलते प्राधिकरण आज लाभ की संस्था बन गया है।

इसके अलावा यहां एविएशन हब भी विकसित किया जाएगा। यानी यहां पर विमान इंजनों के पाट‘र्स भी बनने लगेंगे। इसके लिए भी साथ-साथ योजना चल रही है। विमान की मशीनरी बनाने वाली बड़ी कंपनियों को यहां पर लाने की योजना है। दूसरे चरण में एमआरओ हब विकसित होगा। इसकी जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है।

देश-विदेश की कंपनियां यमुना में निवेश करने को उत्सुक

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के जेवर में नोएड इंटरनेषनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू होने के बाद अब देश-विदेश की कंपनियां यहां निवेष करने को लेकर उत्सुक है। फरवरी में हुए ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में सबसे ज्यादा निवेष यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुआ। जुलाई में प्राधिकरण ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी की तैयारी कर रहा है। प्रदेश सरकार की तरफ से जो लक्ष्य दिया गया है प्राधिकरण उससे ज्यादा निवेश की परियोजनाओं को धरातल पर लाने की तैयारी कर ली है।

आने वाले समय में यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण औद्योगिक निवेष का बहुत बड़ा बनेगा। फिल्म सिटी, पाॅड टैक्सी, जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली तक मेट्रो को जोड़ने पर तेजी से काम चल रहा है। आज यमुना सिटी में कई कंपनियों में उत्पादन चल रहा है। आने वाले कुछ समय एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों में भी उत्पादन षुरू हो जाएगा। नोएडा इंटरनेषनल एयरपोर्ट निर्धारित समय से पहले उडान भरने की तैयारी की जा रही है।

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