पाकिस्तान ने दिए भारतीय सिखों को 2100 वीजा
पाकिस्तान ने भारत के लगभग 2100 सिखों को तीर्थ यात्रा के लिए वीजा दिया है. मई में दोनों देशों के सैन्य टकराव के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु पाकिस्तान की यात्रा कर सकेंगे;
पाकिस्तान ने भारत के लगभग 2100 सिखों को तीर्थ यात्रा के लिए वीजा दिया है. मई में दोनों देशों के सैन्य टकराव के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु पाकिस्तान की यात्रा कर सकेंगे.
पाकिस्तान की तरफ से सैकड़ों लोगों को वीजा दिए जाने पर भारत की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन शनिवार को भारतीय अखबारों में छपी रिपोर्टों के अनुसार सरकार 'चुनिंदा समूहों' को ही पाकिस्तान जाने की अनुमति देगी, जो वहां दस दिन तक चलने वाले उत्सव में हिस्सा ले सकेंगे. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का जहां जन्म हुआ था, वो जगह अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत है.
ननकाना साहिब भारत से लगने वाली पाकिस्तान की सीमा से 85 किलोमीटर पश्चिम में है, जहां मंगलवार से उत्सव शुरू होना है. वहां दसियों हजार लोगों के पहुंचने का अनुमान है. नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग का कहना है कि उसने "भारत के सिख श्रद्धालुओं को लगभग 2100 वीजा" जारी किए हैं.
मई में दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव के बाद अब भी दोतरफा तनाव चरम पर है. यह दोनों देशों के बीच 1999 के बाद से सबसे भीषण लड़ाई थी, जिनमें मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ-साथ तोपों की गोलाबारी में करीब 70 लोग मारे गए थे और अटारी-वाधा सीमा को आम ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया था. इसी बॉर्डर पर हर दिन फ्लैग सेरेमनी होती है, जहां दोनों तरफ से हजारों लोग शाम को होने वाली परेड देखने के लिए जुटते हैं.
मई में दोनों देशों के बीच तनाव इस साल अप्रैल में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर किए गए हमले के बाद शुरू हुआ. भारत का कहना है कि इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान का समर्थन हासिल था, जब कि पाकिस्तान इससे इनकार करता है. चार दिन तक चले संघर्ष के बाद दोनों पक्ष सीजफायर पर समहत हुए. लेकिन उनके द्विपक्षीय संबंध अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं.'