लकड़ी की तस्करी धड़ल्ले से,वन विभाग उदासीन
पहले पेड़ों को सूखाने और फिर उसे काटकर चोरी कर लेने का काम लकड़ी तस्करों द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है;
वाड्रफनगर। पहले पेड़ों को सूखाने और फिर उसे काटकर चोरी कर लेने का काम लकड़ी तस्करों द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। ये सब काम फॉरेस्ट अफसरों के नाक के नीचे से हो रहा है लेकिन वे चैन की नींद ले रहे हैं। तस्कर बेशकीमती पेड़ों को सूखाने के लिए पहले उसकी छाल को छिल देते हैं।
ऐेसे में पेड़ सूख जाता है। कुछ दिन बाद जब पेड़ सूख जाते हैं तो तस्कर बड़ी आसानी से काटकर इन्हें ले जाते हैं। लंबे समय से यह खेल लकड़ी तस्करों द्वारा खेला जा रहा है लेकिन विभाग के अधिकारी.कर्मचारी मौन साधे हुए हैं। बलरामपुर.रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र अंतर्गत बनारस रोड व बलंगी रोड के जंगल में यही काम तस्करों द्वारा किया जा रहा है। जंगल में बड़े.बड़े सरईए सागौनए हल्दू व खैर के वृक्षों की छाल को छिलकर सूखाने का कार्य जोरों पर है।
इस खेल में एक ओर जहां लकड़ी तस्कर सक्रिय हैं, वहीं दूसरी ओर पेड़ों को काटने के बाद समतल भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोग सक्रिय हैं। वन विभाग काष्ठागार के पीछे श्रीराम पार्क के पास तथा बनारस रोड की पुरानी नर्सरी के समीप के साथ ही नगर के बलंगी रोड चुरइला नाले के समीप तथा नगर पंचायत द्वारा प्रस्तावित रिंग रोड के समीप जंगल में बेशकीमती पेड़ों की छाल को सूखाने का काम धड़ल्ले से जारी है।
वन परिक्षेत्र कार्यालय के महज 500 मीटर की दूरी पर चल रहे वन माफियाओं द्वारा किए जा रहे इस गोरखधंधे की जानकारी विभागीय अधिकारियों को नहीं है। यहां से तस्कर लकड़ी काटकर यूपी व झारखंड ले जा रहे हैं। 6 माह पूर्व ऐसे ही लकड़ी तस्करी कर रहे स्वराज ट्रक को मुखबिर की सूचना पर वार्ड क्रमांक.2 से पकड़ा गया था। इस ट्रक में लकड़ी तस्कर ऐसी लकडिय़ों को कटवाकर रात में ट्रकों में लोड करता था एवं लकडिय़ों पर नकली मार्का लगा परिवहन करते थे।
जिसे रोड पर कोई भी एक नंबर की लकड़ी समझकर नहीं पकड़ता थाए इस पर वन विभाग की कार्रवाई के बाद माफिया शांत थेए लेकिन एक बार फिर वन माफिया सक्रिय हो गए हैं। इस संबंध में वन परिक्षेत्राधिकारी लालमुनी ने कहा कि वन अमले द्वारा इसकी जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।