WHO ने बताए मास्क पहनने के नियम
आज कल घर से बाहर निकलते ही किसी का भी चेहरा नहीं दिख पाता ..क्योंकि उनके चेहरों पर मास्क होता है..स्वास्थ्य मुसीबत के इस दौर में मास्क की अहमियत बढ़ गई है;
आज कल घर से बाहर निकलते ही किसी का भी चेहरा नहीं दिख पाता ..क्योंकि उनके चेहरों पर मास्क होता है..स्वास्थ्य मुसीबत के इस दौर में मास्क की अहमियत बढ़ गई है..आमतौर पर दिल्ली के लोग प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करते थे..लेकिन इस दौर में पूरा विश्व मास्क पर निर्भर हो गया है...वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि किस उम्र के लोगों को कैसा मास्क पहनना चाहिए..
देश में स्वास्थ्य मुसीबत फैली तो उससे बचाव के लिए मास्क और सैनिटाइजार का उपयोग करने के लिए कहा गया..जैसे ही बात मार्केट में फैली की मास्क से बचाव होगा तो बाजारों में मास्क की कमी देखी जाने लगी..फिर ये खबर आई कि अन्य मास्क की अपेक्षा एन-95 मास्क ज्यादा कारगर साबित होगा ..लेकिन उस वक्त एन-95 मास्क की इतनी किल्लत हो गई थी कि वो कहीं मिल ही नहीं रहा था और मिल भी रहा था तो उसकी कीमत आसमान छू रही थी..और उस दौर में मास्क में खूब कालाबाजारी भी देखने को मिली..फिलहाल अब तो बाज़ार में कई तरह के मास्क आसानी से उपलब्ध हैं..लेकिन WHO की ओर से बयान आया कि एन-95 मास्क ज्यादा लाभकारी नहीं है.. जिसके बाद कुछ लोग मेडिकल मास्क और कपड़े के मास्क को ज्यादा तरजीह देने लगे..लेकिन अब एक बार फिर WHO ने एक गाइडलाइन जारी करते हुए बताया है कि उम्र के हिसाब से कौन सा मास्क किसके लिए फायदेमंद रहेगा...
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पांच साल या उससे कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनना चाहिए
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6- 11 साल के बच्चों को उनके परिजन मास्क पहनाने और उतारने में मदद करें
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60 वर्ष से कम उम्र के स्वस्थ लोगों को कपड़े का मास्क पहनना चाहिए
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60 से ज्यादा उम्र के लोगों या अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को मेडिकल मास्क पहनना चाहिए
स्वास्थ्य मुसीबत के आकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है...इसलिए ज़रूरत है कि आप अपना ख्याल खुद रखें.. और इस बीमारी से बचकर रहने की कोशिश करें..