घरों खरीदारों का यूपी सरकार व प्रधिकरण से क्या रहा तेरा वादा

ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में घरों की रजिस्ट्री लंबे अरसे से अटकी हुई हैं;

Update: 2022-12-26 03:58 GMT

ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो वेस्ट की कई सोसायटियों में घरों की रजिस्ट्री लंबे अरसे से अटकी हुई हैं। वहीं कई ऐसे घर खघ्रीदार हैं जिन्हें आज तक घर नहीं मिला है। जिसको लेकर क्रिसमस होने के वावजूद सैंकड़ो की संख्या में घर खरीदार एक मूर्ति चौक स्थित गौतम बुद्ध की प्रतिमा के नीचे इकट्ठा हुए एवं प्रदर्शन कर अपनी मांग को पुनः दोहराया।

सभी घर खरीददारों की एक ही पीड़ा है की जाने किस मुहूर्त में वह इस नोएडा एक्सटेंशन में आकर फंस गए और समस्याएं जो है वह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. पिछले 12 साल से ये घर खघ्रीदार संघर्ष कर रहे हैं।

चुनाव के वक्त नेता रजिस्ट्री करवाने और घर दिलवाने का सिर्फ वादा करते हैं और चुनाव पूर्ण होते ही वो नदारद हो जाते हैं। प्रदर्शन में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी हुई और लोगों ने आरोप लगाया कि बिल्डर और प्राधिकरण दोनों की आपस में सांठगांठ है जिसके चलते जानबूझकर निर्दोष घर खरीददारों को परेशान किया जा रहा है।

प्राधिकरण के द्वारा अब तक जो भी कार्रवाई की जा रही है या की गई है वह सब दिखावा एवं छलावा है। कई महीनों से घर खघ्रीदार ट्विटर पर अभियान चला रहे हैं। लाखों ट्वीट किए गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

प्रदर्शन में अपकंट्री, सुपरटेक इको विलेज 1,2 और 3, एपेक्स गोल्फ एवेन्यू, जेएम फ्लोरेंस,कासा ग्रीन्स वन, आमात्रा होम्स, अजनारा होम्स, अर्थकॉन, ला रेजीडेंशिया,ला सलोरा, गुलशन बलेना, विक्ट्री वन सेंट्रल, विक्ट्री वन अमारा, गौर सिटी सहित कई प्रोजेक्ट के घर खघ्रीदार पहुंचे। घर खघ्रीदारों ने सरकार को उनका वादा याद दिलाया और बेइमान बिल्डरों के खघ्लिाफ नारेबाजी की। नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार का कहना है कि अब आंदोलन सिर्फ आश्वासन पर नहीं रुकेगा।

सरकार घर खघ्रीदारों की समस्या की इस तरह अनदेखी नहीं कर सकती। उन्हें तुरंत रजिस्ट्री शुरु करनी चाहिए और जिनका घर 12 साल से नहीं मिला है उन्हें घर देना चाहिए। बायर राजकुमार का कहना है कि सरकार से इतनी अपील की गई, अथॉरिटी से से इतनी मीटिंग हुई लेकिन समस्या को हल नहीं किया गया। इसलिए अब ट्विटर पर कैंपन के साथ साथ ग्राउंड पर भी अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेगा।

घर खघ्रीदार मिहिर गौतम दीपांकर कुमार, दीपक गुप्ता, आशुतोष शुक्ला, बजरंग दुबे, दिनकर पांडे, धर्मेंद्र मिश्रा, मंडन मिश्रा का कहना है कि ना बिल्डर सुन रहा है, ना प्राधिकरण सुन रही है और ना सरकार को कई फर्क पड़ रहा है। आखिर वो जाएं तो कहां जाएं।

Full View

Tags:    

Similar News