अभिषेक बनर्जी ने चुनाव आयोग के खिलाफ खोला मोर्चा, 31 दिसम्बर को करेंगे दिल्ली कूच, पूछे 5 तीखे सवाल

पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया के तहत 58 लाख वोटर्स लिस्ट से बाहर हो गए हैं और अभी भी करीब 1 करोड़ वोटर्स के नाम पर तलवार लटक रही है। जिसके चलते चुनाव आयोग पहले ही घिरा हुआ है और इस बीच टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है;

Update: 2025-12-28 07:25 GMT

चुनाव आयोग के खिलाफ टीएमसी का हल्लाबोल! जवाब नहीं दिया तो होगा घेराव

एसआईआर पर चुनाव आयोग की बढ़ी मुश्किलें

टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने खोला मोर्चा

चुनाव आयोग को घेरने का किया ऐलान

कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया के तहत 58 लाख वोटर्स लिस्ट से बाहर हो गए हैं और अभी भी करीब 1 करोड़ वोटर्स के नाम पर तलवार लटक रही है। जिसके चलते चुनाव आयोग पहले ही घिरा हुआ है और इस बीच टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने दिल्ली में चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है।

अभिषेक ने कहा कि करीब एक महीने पहले पार्टी ने चुनाव आयोग से 5 सवाल पूछे थे जिसके जवाब में चुनाव आयोग एक महीने बाद भी चुप्पी साधे हुए है। इसी दौरान उन्होंने आगे बताया कि अब 31 दिसम्बर को दिल्ली जायेंगे। इस दौरान चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट जारी करने के लिए कहा जाएगा और अगर इसके बाद भी वोटर लिस्ट जारी नहीं की जाती है तो आयोग के कार्यालय को घेर लिया जाएगा...यानी साफ़ है कि चुनाव आयोग की मुश्किलें बढ़ने बढ़ने वाली है। इतना ही नहीं बल्कि टीएमसी सांसद ने चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाया और मुख्य चनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधते हुए माफ़ी की मांग कि उन्होंने कहा कि "चुनाव आयोग आखिर क्या छुपा रहा है? भाजपा के लक्ष्य को पूरा किया जा रहा है। आप बीजेपी के आयुक्त नहीं हैं. या तो चुनाव आयोग वोटर लिस्ट जारी करे या माफी मांगे। 1 करोड़ 36 लाख की तार्किक विसंगति है। बीएलओ काम करने में इतना समय क्यों लगा रहे हैं? भारत की डीजीपीआई आयुक्त सीमा खन्ना चुनाव आयोग में क्या कर रही हैं? हमारे पास उनकी चैट रिकॉर्डिंग है. वह किसके इशारे पर काम कर रही हैं? वह मान रही हैं कि गलतियां हो रही हैं. हम इस पूरे मामले को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।"

टीएमसी नेता ने चुनाव आयोग की मंशा पर भी सवाल किया। साथ ही बाकी राज्यों में इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए समय बढ़ाने पर ज़ोर देते हुए पुछा कि क्यों नहीं हुआ। आयोग पर आरोप लगाते हुए टीएमसी सांसद ने कहा कि "चुनाव आयोग ने एक ही दिन तार्किक विसंगतियों की मसौदा सूची जारी की और कहा कि 1 करोड़ तार्किक विसंगतियां हैं. पता नहीं कैसे, आयोग ने 7 करोड़ आंकड़ों की जांच करके 1 करोड़ 36 लाख विसंगतियां बता दीं? सभी राज्यों में समय बढ़ाया गया है, लेकिन बंगाल में पता नहीं कैसे, आयोग ने एक ही दिन 7 करोड़ आंकड़ों की जांच और गहन विश्लेषण करके 1 करोड़ 36 लाख विसंगतियां बता दीं. चुनाव आयोग को उनके नाम की लिस्ट जारी करनी चाहिए।

अपनी बात को दोहराते हुए उन्होंने चुनाव आयोग के घेराव का ऐलान किया। उन्हें एसआईआर के कटे वोटर्स को लेकर बीजेपी और सीधे गृहमंत्री अमित शाह से सवाल किया कि अब बताया जाए कि 58 लाख में से कितने बांग्लादेशी और कितने रोहिंग्या हैं, इसकी जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए? जिस तरह टीएमसी सांसद बीजेपी और चुनाव आयोग पर हमलावर नज़र आए उससे ये साफ़ हो गया कि एसआईआर के मामले पर टीएमसी अभी चुप नहीं बैठने वाली है। वहीं अब 31 दिसम्बर को अभिषेक बनर्जी दिल्ली आने वाले हैं ऐसे में ये देखने होगा कि चुनाव आयोग उनके सवालों का जवाब देता है या नहीं।

Full View

Tags:    

Similar News