बिहार विधानसभा के लिए वोटिंग संपन्न, अंतिम चरण में करीब 58 फीसदी मतदान

बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान शनिवार को संपन्न हो गया;

Update: 2020-11-07 23:23 GMT

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण का मतदान शनिवार को संपन्न हो गया। इस चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयेाग किया। इसके साथ ही राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान संपन्न हो गया। तीसरे चरण में करीब 58 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक, तीसरे चरण में करीब 58 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। हालांकि इस आंकड़े में मामूली परिवर्तन के भी आसार हैं।

इस चरण में राज्य के 15 जिलों की 78 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले गए। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में 2.35 करोड़ से अधिक मतदाताओं के मताधिकार के प्रयोग करने के लिए 33,782 मतदान केंद्र बनाए गए थे।

इस चरण में 1,204 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दिया है। इनमें से 1094 पुरूष तथा 110 महिलाएं शामिल हैं। सबसे अधिक 31 प्रत्याशी गायघाट से हैं जबकि सबसे कम नौ प्रत्याशी ढाका, त्रिवेणीगंज, जोकीहाट तथा बहादुरगंज से हैं।

आयोग के मुताबिक इस चरण में 57.91 प्रतिश्त मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बीच कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। सबसे अधिक किशनगंज में 62.55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि सबसे कम वैशाली में 52.68 फीसदी वोट डाले गए हैं।

इसके अलावा पश्चिमी चंपाराण में 56.02 प्रतिशत, फीसदी, पूर्वी चंपारण में 57.16, सीतामढ़ी में 55.84, मधुबनी में 56.36, सुपौल में 61.19, अररिया में 54.58, पूर्णिया में 59.25, कटिहार में 61.57, मधेपुरा में 59.00 प्रतिशत, सहरसा में 60.20 फीसदी, दरभंगा 54.91, मुजफ्फरपुर में 57.57 तथा समस्तीपुर में 58.15 प्रतिशत वोट डाले गए हैं।

अंतिम चरण को लेकर लोगों में उत्साह देखा गया। कई मतदान केंद्रों में महिला मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या दिखी, जो पंक्तिबद्ध अपनी पारी का इंतजार करते रहे।

कुछ मतदान केंद्रों में प्रारंभ में ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद में या तो बदल दिया गया या ठीक कर दिया गया। पूर्णिया के धमदाहा मतदान केंद्र संख्या 282 में सुरक्षाकर्मी द्वारा हवाई फायरिंग की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस घटना में मतदान को लेकर कोई व्यवधान नहीं पड़ा है।

विधानसभा क्षेत्रों के अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर वोट डाले गए। यहां 56.02 फीसदी मतदान हुआ।

इस चरण में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के अलावा नीतीश मंत्रिमंडल के 12 सदस्यों सहित राजद के कई दिग्गज नेताओं का भविष्य मतदाताओं ने तय कर दिया है। इसके अलावा समाजवादी नेता शरद यादव की पुत्री सुभाषिनी यादव का भी राजनीतिक भविष्य भी तय हो गया है।

इस चरण के चुनाव में मुख्य मुकाबला राजग और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है, लेकिन पूर्व सांसद पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी, लोकजनशक्ति पार्टी और एआईएमआईएम ने भी उम्मीदवार उतारे थे, जिससे दोनों प्रमुख गठबंधनों की परेशानी बढ़ी हुई है।

भाजपा के नेतृत्व वाले राजग में जदयू, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं, जबकि केंद्र में राजग की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) यहां अलग होकर चुनाव मैदान में है। महागठबंधन में राजद, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं।

इससे पहले, प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को 71 सीटों पर तथा 3 नवंबर को 94 सीटों पर मतदान हो चुका है। सभी 243 सीटों पर हुए मतदान के लिए वोटों की गिनती 10 नवंबर को होनी है।

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