सब्जियों के दाम में उछाल, टमाटर 120 में पहुंचा

नगर के सभी सब्जी बाजारों में सब्जियों के दाम में काफी बढ़ोत्तरी दिखलाई पड़ रही है;

Update: 2017-07-16 12:50 GMT

रायपुर(देशबन्धु)। नगर के सभी सब्जी बाजारों में सब्जियों के दाम में काफी बढ़ोत्तरी दिखलाई पड़ रही है। इसके मुख्य वजह सब्जियों की आवक में कमी को बताया जा रहा हैं। सब्जियों व्यवसायियों का कहना है कि अन्य राज्यों से आने वाली सब्जियां पर्याप्त मात्रा में नहीं आ पा रही हैं। इस वजह से दाम बढ़े हुए हैं, वहीं महंगी सब्जी के चलते गृहणियों की रसोई का स्वाद व बजट गड़बड़ा गया हैं। विकल्प की सब्जियां रसोई में पकाई जा रही हैं, दूसरी तरफ दाम बढ़ने के कारण फुटकर सब्जी व्यवसायियों ने व्यवसाय बदलकर अन्य काम शुरु कर दिया हैं। उनका कहना है कि सब्जी के दाम नहीं गिरते तब तक व्यवसाय कर पाना मुश्किल हैं। लिहाजा व्यवसाय बदल कर अन्य काम कर रहे हैं ताकि आजीविका चलाई जा सकें। यहां तक कि पिछले एक पखवाड़े से सब्जियों के दाम में कोई बदलाव नहीं हैं, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश राज्यों में अत्यधिक वर्षा के कारण सब्जी की आवक कम हैं। हालांकि व्यवसायी मान रहे है कि बारिश के सामान्य होते ही सब्जियों की आवक बढ़ जाएगी और दाम नीचे आ पाएंगे। 

उल्लेखनीय है कि शास्त्री बाजार, गोलबाजार, कटोरा तालाब, तेलीबांधा इत्यादि के सब्जी बाजारों में कई प्रमुख सब्जियों के दाम काफी उछाल पर हैं, इसमें टमाटर, हरी धनियां, हरी मिर्च, खेकसी, पत्ता गोभी, फूल गोभी, गंवारफल्ली और करेला सभी के दाम 50 रूपए से अधिक हैं। टमाटर ने 100 का आंकड़ा पार कर लिया है। और बहुत से बाजारों ने 120 किलो चल रहा है। इसी तरह भी धनियां-मिर्च के दाम में भी वृद्धि हैं। शास्त्री मार्केट में सब्जी व्यवसायी नरोत्तम भाई का कहना था कि सब्जियों की आवक कम होने के कारण फिलहाल दामों में काफी तेजी देखी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से काफी सब्जियां आती हैं प्रतिदिन 100 ट्रक आवक रहती हैं लेकिन फिलहाल 10 से 20 ट्रक आवक है इसके चलते टमाटर, मिर्ची, धनियां के दाम काफी बढ़े हुए है।

उनका कहना है कि राज्य में जो सब्जियां की पैदावार ली जाती है उनसे पूर्ति कर पाना संभव नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में पानी कम गिरा हैं इस वजह से सब्जी मिल पा रही हैं अन्यथा और बुरे हालात हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि बाजारों में देशी टमाटर को लेकर अधिक खीचतान हैं, जो काफी गृहणियों के लिए सिरदर्द का कारण बना हुआ हैं। इधर गृहणियों का कहना है कि सब्जियां महंगी होने के कारण दो वक्त में एक बार रसोई में सब्जी पकाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि विकल्प के तौर पर सूखी सब्जियों को तैयार कर रसोई पकाई जा रही हैं। जल्द दामों में सुधार नहीं आया तो सब्जी खाना बंद करना पड़ेगा। यहीं नहीं बच्चों के स्कूल टिफीन में सब्जी के स्थान पर अन्य वस्तुएं दी जा रही हैं जो बच्चों के सेहत के लिए खतरनाक हो सकता हैं।

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