वाराणसी को ड्रोन के जरिए किया जा रहा सैनिटाइज
कोरोनावायरस के हॉटस्पॉट के तौर पर उभरे वाराणसी के मदनपुरा इलाके को अब गरुड़ ड्रोन के जरिए सैनिटाइज किया जा रहा है;
वाराणसी। कोरोनावायरस के हॉटस्पॉट के तौर पर उभरे वाराणसी के मदनपुरा इलाके को अब गरुड़ ड्रोन के जरिए सैनिटाइज किया जा रहा है। ड्रोन से कोरोना प्रभावित इलाकों को सैनिटाइज करने का यह तरीका पारंपरिक तरीके से काफी बेहतर माना जा रहा है, क्योंकि उसमें कई तरह के जोखिम होते हैं। कीटनाशकों से लैस इस गरुड़ ड्रोन ने रविवार को मदनपुरा के भारी आबादी वाले इलाकों को सैनिटाइज करने का काम किया। संभागीय आयुक्त दीपक अग्रवाल ने गोदौलिया से इसकी निगरानी की।
अग्रवाल ने कहा, मदनपुरा के बाद इस सैनिटाइजेशन ड्रोन का इस्तेमाल बजरडीहा, लोहता, नक्खिघाट और गंगापुर के हॉटस्पॉट इलाकों को कीटाणुरहित करने के लिए भी किया जाएगा।
यह ड्रोन चेन्नई स्थित एयरोस्पेस कंपनी से लिया गया है। कंपनी का वाराणसी नगर निगम (वीएमसी) और वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बीच एक अनुबंध हुआ है, जिसके अनुसार ड्रोन को स्थानीय स्थलाकृति (टोपोग्राफी) को देखते हुए पेश किया गया है।
अग्रवाल ने कहा, इसने वीएमसी को मानवशक्ति (मैनपावर) की तैनाती को कम करने और अन्य क्षेत्रों में इसका उपयोग करने में सक्षम बनाया है, जो तुलनात्मक रूप से सुरक्षित है।
उन्होंने कहा, ड्रोन के माध्यम से सैनिटाइजेशन रोजाना सुबह आठ से शाम छह बजे के बीच होगा।
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने कहा कि हॉटस्पॉट्स में सैनिटाइज करने के बाद, ड्रोन अन्य क्षेत्रों में भी काम करेगा, जिसमें आश्रय घर (शेल्टर होम), एकांतवास केंद्रों, अलगाव वाडरें और यहां तक कि शहर के सुरक्षित इलाके भी शामिल हैं।
इसके लिए पायलट (ड्रोन संचालक) सहित सात व्यक्तियों की एक टीम को काम पर लगेगी। इसके तहत हॉटस्पॉट के अलावा अन्य इलाकों में दो बार सैनिटाइजेशन किया जाएगा।