दनकौर में 500 करोड़ की सरकारी भूमि अतिक्रमण मुक्त
4.6 हेक्टेयर क्षेत्र से टीनशेड, दीवारें व झोपड़ियां ढहाईं; मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देश पर चला ऑपरेशन;
यीडा का बड़ा अभियान: 46,000 वर्ग मीटर जमीन पर से कब्जा हटाया
- जेसीबी और पुलिस बल की तैनाती, अवैध निर्माण ध्वस्त
- अतिक्रमणकारियों को चेतावनी: लागत वसूली और मुकदमा होगा दर्ज
- विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए भूमि मुक्त कराना सर्वोच्च प्राथमिकता
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने बुधवार को तहसील सदर क्षेत्र के ग्राम दनकौर में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए लगभग 4.6 हेक्टेयर (46,000 वर्ग मीटर) बहुमूल्य सरकारी/प्राधिकरण की भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करा लिया। इस भूमि का अनुमानित मूल्य करीब 500 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
सख्त निगरानी में कार्रवाई
अभियान यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी के निर्देशानुसार, विशेष कार्य अधिकारी शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व और व्यक्तिगत मॉनिटरिंग में संपन्न हुआ। कार्रवाई के दौरान विशेष कार्याधिकारी शिवौतार सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त अरविंद सिंह, तहसीलदार मनोज कुमार सिंह, यीडा की राजस्व टीम, परियोजना विभाग, दनकौर थाना पुलिस, प्राधिकरण के सुरक्षा बल तथा जेसीबी मशीनों की पर्याप्त तैनाती की गई।
अवैध निर्माण ध्वस्त और चेतावनी
खसरा संख्या 211 पर अवैध रूप से बनी टीनशेड, पक्की-कच्ची दीवारें, झोपड़ियां और अन्य स्थायी-अस्थायी निर्माणों को मौके पर ही ध्वस्त कर दिया गया। श्री शैलेंद्र सिंह ने अतिक्रमणकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि प्राधिकरण की भूमि पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और भविष्य में ऐसे मामलों में न केवल लागत वसूली बल्कि आपराधिक मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
विकास परियोजनाओं के लिए भूमि मुक्त कराना प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के इंटरचेंज क्षेत्र, किसानों के 7% आबादी भूखंड तथा अन्य विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना यीडा की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि दनकौर में 46,000 वर्ग मीटर से अधिक भूमि को मुक्त कराना यीडा के संकल्प और कठोर कार्यशैली का प्रतीक है।
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान आगे भी जारी रहेगा, और विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।