दुकानदारों को बेदखल करने के विरोध में उक्रांद का प्रदर्शन
उत्तराखंड के देहरादून में वर्ष 1970 से दुकानों पर काबिज दुकानदारों को जिला प्रशासन द्वारा बेदखल करने के विरोध में उक्रांद की महानगर इकाई ने जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया;
देहरादून। उत्तराखंड के देहरादून में वर्ष 1970 से दुकानों पर काबिज दुकानदारों को जिला प्रशासन द्वारा बेदखल करने के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) की महानगर इकाई ने जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौपा।
देहरादून में कचहरी के पास 70 के दशक से द्रोण होटल से लगती दुकानों पर काबिज दुकानदारों को जिला प्रशासन द्वारा गैरकानूनी तरीके से जबरन बेदखल करने का आरोप लगाया।
सभी दुकानदार उक्रांद के महानगर अध्यक्ष संजय क्षेत्री के नेतृत्व में राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।
उक्रांद के केंद्रीय प्रचार सचिव इमरान अहमद ने बताया कि दुकानदारों तथा भूस्वामी के बीच जिला न्यायालय तथा उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा न्यायालय की अवमानना करते हुए उन मुकदमों को नजर अंदाज किया जा रहा है तथा दुकानों के ध्वस्तीकरण में अनावश्यक रुप से जल्दबाजी की जा रही है।
श्री क्षेत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रचंड बहुमत का नाजायज इस्तेमाल करते हुए लगातार जनविरोधी निर्णय ले रही हैं।
सरकार भ्रष्टाचारों में मस्त है जबकि राज्य में नौकरशाही हावी है।
राजधानी में सीमा विस्तार की आड़ में अरबों रुपए की भूमि पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं द्वारा अवैध रूप से कब्जा कराया जा रहा है।
जिसके पुख्ता प्रमाण उक्रांद के पास मौजूद है।
लेकिन प्रशासन भाजपा नेताओं के अतिक्रमण पर आंखें मूंदे हुए हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक भी व्यक्ति प्रशासन की नाजायज कार्रवाई से बेरोजगार हुआ तो उक्रांद चुप नहीं बैठेगा।
प्रदर्शन करने वालों में श्री क्षेत्री के साथ वरिष्ठ नेता लताफत हुसैन, केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय ,महानगर महामंत्री गौरव उनियाल, केंद्रीय प्रचार सचिव इमरान अहमद, मुनफैद खान, कैलाश राणा ,अशोक नेगी, ललित कुमार, विजय छेत्री, सचिन कुमार के साथ कई दुकानदार शामिल थे।