संयुक्त राष्ट्र ने रोहिंग्या शरणार्थियों से दुष्कर्म पर चिंता जताई

संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार से भागकर बंगलादेश पहुंचे रोहिंग्या शरणार्थियों के साथ म्यांमार सेना द्वारा कथित दुष्कर्म की खबरों पर हैरानी जताई है;

Update: 2017-09-28 13:21 GMT

संयुक्त राष्ट्र।  संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार से भागकर बंगलादेश पहुंचे रोहिंग्या शरणार्थियों के साथ म्यांमार सेना द्वारा कथित दुष्कर्म की खबरों पर हैरानी जताई है।

संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन के निदेशक जनरल विलियम लेसी स्विंग ने दावा किया कि रोहिंग्या शरणार्थियों के महिलाओं एवं लड़कियों के साथ कथित दुष्कर्म के लिए म्यांमार की सेना दोषी है। हालांकि म्यांमार सरकार ने स्विंग के दावों को खारिज कर दिया है। लेकिन साथ ही इसकी अंतरराष्ट्रीय जांच कराने से भी मना कर दिया है।

संगठन ने एक बयान में कहा कि 25 अगस्त के बाद से अब तक चार लाख 80 हजार रोहिंग्या शरणार्थी बंगलादेश के कोक्स बाजार पहुंच चुके हैं। बयान में कहा गया है कि आईओएम डॉक्टरों ने ऐसे दर्जनों महिलाओं का इलाज किया है जो अगस्त में यौन उत्पीड़न का शिकार हुई है। लेकिन यह वास्तविक संख्या का एक छोटा सा हिस्सा है।

संगठन के निदेशक स्विंग ने कहा,“ महिलाओं और लड़कियों के अलावा पुरुषों और लड़कों को भी इसका निशाना बनाया गया। उनके लिंग, उम्र और समाज में उनकी दयनीय स्थिति की वजह से उन पर और अधिक शोषण, हिंसा और दुरुपयोग का खतरा है।

” दुष्कर्म की शिकार दो बहनों में से एक 25 साल की मीनारा ने म्यांमार सैनिकों द्वारा दुष्कर्म की पुष्टि करते हुए कहा,“ सेना हमें प्रताड़ित करती थी। उन्होंने हमारे माता-पिता की हत्या की। वे हमें जंगल में ले गए और जमीन पर धकेल दिया।” मीनारा की छोटी बहन 22 साल की अजीजा ने कहा कि दो लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर इसके बाद वह बेहोश हाे गई।

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