दो फर्जी आबकारी अधिकारी पहुंचे जेल
आबकारी विभाग का अधिकारी बताकर शासकीय शराब दुकान में घुसकर कागजात की जांच करते हुये गाली-गलौच कर रंगदारी करना दो युवकों को उस समय भारी पड़ा, जब जानकारी विभाग को देने पर फर्जी बताया;
जांजगीर। आबकारी विभाग का अधिकारी बताकर शासकीय शराब दुकान में घुसकर कागजात की जांच करते हुये गाली-गलौच कर रंगदारी करना दो युवकों को उस समय भारी पड़ा, जब जानकारी विभाग को देने पर फर्जी बताया। जिसकी शिकायत विभाग के अधिकारी लिखित आवेदन प्रस्तुत करते हुये जैजैपुर थाना मामला दर्ज कराया, पुलिस ने आज दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
जैजैपुर पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के शासकीय विदेशी मदिरा दुकान गत 25 फरवरी को दो युवक कार से उतरकर दुकान में जा धमके और अपने आपको आबकारी विभाग उपनिरीक्षक बताते हुय संतोष कुमार चंद्रा और उसका साथी राजेश दुबे दोनों ने दुकान की केस बुक सहित अन्य रजिस्टरों की जांच करते हुये गाली-गलौच कर धमकी देने लगे। साथ ही अन्य साथी भी शराब की बोतल उठाकर ले जाने लगा। इस प्रकार की हरकत को देखते हुये मौजूद कर्मचारियों को शक हुई और जानकारी अपने विभाग के उच्च अधिकारी को दी गई।
जहां विभाग ने उक्त कर्मचारी को फर्जी बताया, जिस पर आज लिखित शिकायत बाराद्वार के आबकारी उपनिरीक्षक दिलीप कुमार वृत्त ने थाने जाकर शिकायत की। पुलिस ने फर्जी अधिकारी के खिलाफ भादवि की धारा 294, 170, 506, 457, 34 अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में जुटी हुई है। जहां जांच के दौरान दोनों युवकों को पकड़ा गया, जो पूछताछ के दौरान एक युवक ने बताया कि नवागढ़ थानांतर्गत ग्राम बरगंवा निवासी संतोष कुमार चंद्रा पिता ओंकार प्रसाद चंद्रा जो कि रायपुर में बिजली ठेकेदार का गाड़ी चलाता है।
जो अपने मालिक को बिना बताये गाड़ी को लेकर अपने अन्य साथी थाना बम्हनीडीह निवासी राजेश दुबे पिता जानकी प्रसाद दुबे जैजैपुर के शासकीय विदेशी मदिरा दुकान में जबरदस्ती घुसकर संतोष कुमार चंद्रा आबकारी उपनिरीक्षक बनकर उक्त रंगदारी करते हुये शराब पीने लगा, वहीं राजेश दुबे शराब की बोतल उठाकर अपने साथ ले गया था।
पुलिस ने दोनो युवक को गिरफ्तार जेल भेजा।