टीआरएस, एमआईएम ने भूख सूचकांक पर भारत के खिसकने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने भारत के ग्लोबल हंगर इंडेक्स में और गिरावट को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है;
हैदराबाद। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने भारत के ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) में और गिरावट को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है। टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने भाजपा के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को एनपीए (नॉन परफॉमिर्ंग एलायंस) सरकार करार देते हुए सरकार पर तंज कसा। उद्योग, वाणिज्य और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राव ने कहा- ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 101वें से फिसलकर 107वें स्थान पर आ गया है। मुझे यकीन है कि बीजेपी के जोकर अब इस रिपोर्ट को भारत विरोधी बताकर खारिज कर देंगे।
केटीआर, ने कहा कि जीएचआई पर भारत युद्धग्रस्त अफगानिस्तान को छोड़कर दक्षिण एशिया के सभी देशों की तुलना में खराब है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत सूचकांक में श्रीलंका (64), नेपाल (81), बांग्लादेश (84) और पाकिस्तान (99) से नीचे है। केटीआर ने एक टीआरएस नेता के एक ट्वीट को भी रीट्वीट किया, जिसमें बताया गया था कि 2014 में, भारत जीएचआई में 55वें स्थान पर था और अब यह फिसलकर 107वां हो गया है।
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट किया कि भारत दक्षिण एशिया में जीएचआई के मामले में दूसरे नंबर पर है। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुगलों को दोष दे सकते हैं, वहीं उनके शासन में 69 फीसदी बच्चों की मौत कुपोषण के कारण हुई। ओवैसी ने लिखा, भूखे भारतीयों की संख्या 19 करोड़ से बढ़कर 35 करोड़ हो गई है। 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे और महिलाएं एनीमिक हैं। लेकिन सरकार ने कुछ भी नहीं किया है।