अपनी मनमानी छिपाने डॉक्टर का कराया स्थानांतरण
आदिवासी ब्लाक डौण्डी के सामुदायिक स्वास्य केन्द्र में पदस्थ रहे डॉ. संतोष पटेल जो अस्पताल मेंं अपना अधिकांश समय देकर वहां आने वाले मरीजों की सेवा मेंं 24 घंटे लगे रहने के लिए जाने जाते;
बीएमओ व बाबू ने अधिकारियों से झूठी शिकायत कर बनाया प्रशासनिक दबाव
डौण्डी। आदिवासी ब्लाक डौण्डी के सामुदायिक स्वास्य केन्द्र में पदस्थ रहे डॉ. संतोष पटेल जो अस्पताल मेंं अपना अधिकांश समय देकर वहां आने वाले मरीजों की सेवा मेंं 24 घंटे लगे रहने के लिए जाने जाते हैं,उनकी यही सेवा भावना एवं दूसरों के दुख दर्द मेंं अपनापन महसूस कर उनके दुखों को दूर करने के लिए तत्पर रहने की ललक ने ही उन्हें आमजनता व मरीजों के दिलों में जगह दिलाई है। यहां तक कि विभागीय खामियों के चलते कई महीनों तक बिना वेतन मिले भी उन्होने डौण्डी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले तथा भर्ती होने वाले मरीजों की सेवा कार्य में कभी कमी नहीं की है। डौण्डी ब्लाक की जनता व स्वास्थ्य लाभ लेने वाले मरीज आज भी डॉक्टर संतोष पटेल को याद करते हैं और डौण्डी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से स्थानांतरण होकर पत्थलगांव के सिविल अस्पताल मेंं कार्यरत रहने पर डॉक्टर पटेल भी डौण्डी ब्लाक की जनता एवं मरीेजों को नहीं भूल पाये हैं,और हमेशा अपने सुख दुख को उनके साथ वाट्सऐप पर शेयर करते हैं।
जब डौण्डी क्षेत्र के लोगों को यह पता चला कि सिविल अस्पताल पत्थलगांव के बीएमओ मिंज एवं बाबू खान के द्वारा पत्थलगांव के सिविल अस्पताल से उनका अन्यत्र स्थानांतरण कराने के लिए उच्चाधिकारियों से उनके कार्य को लेकर झूठी शिकायत की जा रही है तब डौण्डी क्षेत्र की जनता को बहुत दुख हुआ। लोगोंं ने कहा कि सहयोगात्मक, मिलनसार एवं अपने कार्य के प्रति लगाव रखकर 24 घंटे मरीजों की सेवा देने वाले संतोष पटेल जैसे डॉक्टर की उच्चाधिकारियों से मनगढंत झूठी शिकायत कर पत्थलगांव के सिविल अस्पताल से अन्यत्र स्थानांतरण कर प्रयास करने वाले पत्थलगांव स्थित सिविल अस्पताल के बीएमओ एवं उनका सहयोग दे रहे बाबू के एैसे कृत्य व प्रयास की जितनी निंदा की जाये कम है।
प्रदेश के पत्थलगांव स्थित सिविल अस्पताल के बीएमओ एवं बाबू के द्वारा जहां दिन प्रतिदिन अपनी मनमानी की जा रही है वहीं उनके द्वारा प्रशासनिक दबाव बनाकर अपने उच्चाधिकारियों को शिकायत कर डॉ. संतोष पटेल का स्थानांतरण करवाने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। 24 घंटे मरीजों की सेवा में लगे रहे वाले तथा दूसरों का दुख दर्द को इलाज के जरिये बांटने वाले एैसे डॉक्टर के स्थानांतरण हेतु उनके प्रयासों की जनप्रतिनिधियों,अस्पताल के मरीजों व आमजनता ने कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही शासन से मांग की है कि झूठी शिकायत करने वाले बीएमओ मिंज एवं बाबू खान को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया जाये जो कि कई वर्षों से पत्थलगांव में जमकर एैसे कृत्य कर रहे हैं।
नशा मुक्ति का संदेश भी दे रहे डॉ. संतोष पटेल:लोगों के बीच चर्चा है कि मरीजों की सेवा के अलावा लोगों में नशा मुक्ति के लिए डॉक्टर संतोष पटेल द्वारा नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। कुछ माह पूर्व उन्होने अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोगों को नशे के व्यसनों से दूर रहने की सलाह देते हुए जीवन में नशापान नहीं करने की शपथ भी दिलाई है।
मुस्लिम समुदाय के लोगों को आपसी भाईचारा का संदेश देते हुए शराब, गांजा, अफीम, डोडाचुरा जैसे मादक पदार्थों का सेवन कदापि नहीं करने की सलाह दी है। लोगोंं को नशे के व्यवसनों से दूर रखकर उनके स्वास्थ्य को बेहतर रखने की उनकी यह पहल पत्थलगांव क्षेत्र में धीरे धीरे कारगर साबित होने लगा है। सिविल अस्पताल के डॉक्टर संतोष पटेल द्वारा नशा मुक्ति के लिए चलाये गए कार्यक्रम की तरफ लोग आकर्षित होकर नशीली पदार्थों से स्वयं ही दूरी बनाने लगे हैं। उनका यह कदम आगे चलकर निश्चित ही हजारों लोगोंं को मादक पदार्थों से दूरी बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाले तथा लोगोंं को नशापान अथवा मादक पदार्थों से दूर रखकर लोगों के बेहतर स्वास्थ्य की सोच रखने वाले डॉक्टर संतोष पटेल को येन केन प्रकारेण परेशान कर व उनके बारे में झूठी शिकायत कर पत्थलगांव सिविल अस्पताल से स्थानांतरण करवाने की साजिश को भ्रष्टाचार में लिप्त रहने वालों की ओछी मानसिकता कहा जाये तो गलत नहीं होगा।
डॉक्टर ही नहीं भगवान हैं,पत्थलगांव की शान हैं डॉ. संतोष पटेल: एैसा कहा जाता है कि सच्चाई की राह पर चलने वालों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ता है,कई मौकों पर कठिन परीक्षा देनी पड़ती है। ठीक एैसे ही कुछ वास्तविक घटना पत्थलगांव में पदस्थ डॉ. संतोष पटेल के साथ हो रही है। मात्र दो वर्ष पूरा होने जा रहा है पत्थलगांव सिविल अस्पताल मेें डॉ. संतोष पटेल की सेवा अवधि को और मात्र इन दो वर्षों में उन्होने यहां अपना अलग पहचान बनाया है। सभी जानते हैं कि उन्होने क्या क्या त्याग व बलिदान किया है जैसे कि घर से 150 किलोमीटर दूर नौकरी में अकेले रहकर 24 घंटे अस्पताल में जनता को समर्पण भाव से सेवा दी है। भरे पूरे परिवार को जनता के लिए किनारे कर बहुत बड़ा त्याग किया है।
समस्त ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत पत्थलगांव के अधिकतर रहवासियों का कहना है कि एकमात्र सरकारी डॉक्टर डॉ. संतोष पटेल जो पत्थलगांव अस्पताल में तन मन और धन से सेवा कर रहे हैं। इनकी आदर्शता ही पहचान है जैसे प्रात: 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक प्रतिदिन अपने कार्यस्थल सरकारी अस्पताल में बैठकर मरीजों की सेवा के लिए तत्पर रहना,सप्ताह के सातों दिन मरीजों के लिए 24 घंटे इमरजेंसी हेतु तत्पर रहना, अस्पताल के आसपास 10 किलोमीटर के अंदर घर पहुंच सेवा के लिए तत्पर रहना,अस्पताल में सेवा देने के बाद बचे हुए समय में सामाजिक कार्यों जैसे सभी धर्मों में अटूट विश्वास रखते हुए धार्मिक स्थलों में भी लोगों के बीच स्वच्छता एवं स्वस्थता के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना,गरीबों व असहाय लोगोंं के ईलाज हेतु विशेष ध्यान देना। उनके इन्हीं अच्छे कार्यों के चलते आज डॉ. संतोष पटेल को गरीबों का डॉक्टर,पत्थलगांव के रामदेव बाबा आदि नाम से जाना जाता है क्योंकि इनके नित्य क्रिया में योगा भी शामिल है। प्रात: 5:30 से 7 बजे तक मैरीज गार्डन में लोगों के बीच या स्वयं के जय श्रीराम निवास स्थल में वे योगा करते देखे जाते हैं।
जिसका लाभ वे आमजनता व मरीजों को भी देते हैं। डॉ. संतोष पटेल एक सिद्धांतवादी व कर्मठ इंसान हैं तभी कुछ भ्रष्टाचारी स्टाफ व उनके सहयोगियों को इनसे काफी तकलीफ होती है रहती है। इसका रास्ता वे स्वयं निकाल चुके हैं वे बहुत ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हैं। वे कहते हैं कि हमें अपना काम करना है,हम अकेले हैं,सत्य कार्य करने वाले हैं अत: हमें विनम्रता से काम लेना है। लोगोंं का कहना है कि उनकी एैसी विचारधाराओं पर गौर करें तो हमें देखना है कि एैसे संत महात्मा रूपी डॉक्टर का पत्थलगांव अस्पताल में कितने लंबे समय तक सेवा,आशीर्वाद और सद्भावना ले सकते हैं, हम उन्हें दुआवों के सिवाय और क्या दे सकते हैं,उनके दो वर्ष सेवाकाल पूर्ण होने की खुशी में हम उन्हेें लोकप्रिय सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर की उपाधि देकर पत्थलगांव में ही पदस्थ रहने और लंबी सेवा देने की कामना कर सकते हैं।