टीएमसी के सदस्यों ने सदन में पहना मास्क
राज्यसभा में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के कई सदस्य कोरोना वायरस के मद्देनजर मास्क लगाकर आये और सदन की कार्यवाही में भाग लिया।;
नयी दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के कई सदस्य कोरोना वायरस के मद्देनजर मास्क लगाकर आये और सदन की कार्यवाही में भाग लिया।
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए कहा कि सदन में सदस्यों को मास्क लगाने की अनुमति नहीं है। सदस्य या तो मास्क हटा लें या सदन से बाहर चले जायें। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन, सुखेंदू शेखर राय और उनकी पार्टी के अन्य सदस्य मास्क पहनकर सदन में आये थे।
श्री नायडू ने कहा कि अगर मास्क नहीं हटाया गया तो वह सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इस पर कांग्रेस के एम. वी. राजीव गौडा ने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का भय है और बचाव के कार्य चल रहे हैं। कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए सदन की कार्यवाही कुछ दिनों के लिए स्थगित कर देनी चाहिए। श्री नायडू ने कहा कि इस संबंध में वह अकेले फैसला नहीं कर सकते।
इसपर हस्तक्षेप करते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पूरा देश मजबूती के साथ कोरोना वायरस से लड़ रहा है। सदन की कार्यवाही तय समय से पहले बंद करने से गलत संदेश जाएगा।
इसके बाद श्री नायडू ने जरुरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवायें और दोहराया कि सदस्यों को मास्क उतार देने चाहिए या सदन से बाहर चले जाना चाहिए। यह सदन की परंपरा नहीं है। इस पर कांग्रेस के पी. चिदंबरम ने कहा कि मास्क लगाना सदन की परंपरा नहीं है लेकिन यह विशेष परिस्थिति है। अगर कोई सदस्य अपने आप को असुरक्षित महसूस करता है तो उन्हें मास्क लगाकर सदन की कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति दे जानी चाहिए। अन्य कई सदस्यों ने भी उनका समर्थन किया। इसके बाद सभापति ने कहा कि अगर सदन सहमत है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। यह उनका व्यक्तिगत मामला नहीं है। इसके बाद सदन में शून्यकाल शुरू हो गया।