यह मेरे परिवार का मामला है, भाजपा इसपर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है: नूरी खान
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई की प्रवक्ता नूरी खान ने पिछले दिनों पत्रकार वार्ता में प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा उन्हें मंच से उतारने का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी;
उज्जैन। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई की प्रवक्ता नूरी खान ने पिछले दिनों पत्रकार वार्ता में प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा उन्हें मंच से उतारने का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करने पर खेद व्यक्त करते हुए कहा है कि यह उनके परिवार का मामला है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उस पर राजनीतिक रोटियां सेंक रही है।
उज्जैन में 28 जुलाई को पत्रकार वार्ता के दौरान सिंधिया ने नूरी खान को मंच से उतार दिया था। नूरी खान ने 1 अगस्त को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मामले की शिकायत कांगेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से की थी। इस वीडियो को लेकर बवाल मच गया था, बाद में उन्होंने इसे सोशल मीडिया से हटा लिया था। भाजपा ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर प्रहार किए थे।
नूरी खान ने आज उस मामले में सफाई देते हुए कहा कि घटनाक्रम उनकी जल्दबाजी और भटकने के कारण हुआ। उन्होंने मंच में नहीं बैठने देने को गलत मान लिया, जबकि सिंधिया का ऐसा उद्देश्य नहीं था। उन्होंने कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि उज्जैन जिला चुनाव समिति के प्रभारी राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने उन्हें मंच पर बैठने के लिए कहा था, जबकि इसकी जानकारी सिंधिया को नहीं थी। स्थानीय आयोजकों ने उन्हें यह जानकारी नहीं दी थी।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि जो भी घटनाक्रम हुआ, वह यकायक हो गया और सारा मामला किसी भी दुर्भावना से ग्रस्त होकर नहीं किया गया था। अब वे चाहती हैं कि इस संबंध में पारिवारिक रूप से चर्चा कर विराम लगाएं, क्योंकि भाजपा इस पर रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है। इससे उनके मन को वेदना हो रही है और यह हमारे संगठन को कमजोर करने की विपक्ष की साजिश है।
नूरी खान ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यह उनके परिवार का मामला है और उन्हें पार्टी में अपने हक की लड़ाई लड़ने का अधिकार है। पार्टी इसके लिए सक्षम है। हालांकि वरिष्ठों ने इस घटनाक्रम पर दुख व्यक्त किया है, लेकिन भाजपा उनके साथ हुए असम्मान का गलत तरीके से प्रचार कर रही है। पार्टी के वरिष्ठों के कहने पर आज पत्रकार वार्ता में खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगती हूं और अब इस पर विराम लगना चाहिए।