पुलिस पर भारी पड़ रहे चोर
जिला पुलिस, एसपी रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में लगातार बेहतर कार्य कर रही है। कई बड़े अपराधों में पुलिस सफल हो रही है;
धमतरी। जिला पुलिस, एसपी रजनेश सिंह के मार्गदर्शन में लगातार बेहतर कार्य कर रही है। कई बड़े अपराधों में पुलिस सफल हो रही है। लेकिन कुछ मामलों में पुलिस की सफलता का ग्राफ नीचे है।
इसमें सबसे आगे है चोरी। चोरी के कई मामलों में पुलिस अब तक असफल रही है। महीनों बीत गये लेकिन चोरो का कुछ पता नहीं चल पाया। महीनों पहले आमातालाब रोड़ पर एक ही रात में तीन मकानों का ताला टुटा अज्ञात चोर ने नगदी व जेवरातों पर हाथ साफ कर दिया। इसमें से एक पुलिस वाले का घर भी शामिल था। इस मामले में पुलिस टीम सहित आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच किये लेकिन आज तक चोरो का पता नहीं चल पाया।
इसी प्रकार पिछले दिनों बाबु छोटे लाल श्रीवास्तव चौक पर भास्कर किराना स्टोर्स में आधी रात अज्ञात चोर ने शटर का ताला तोड़कर दुकान में रखे नगदी व रिचार्ज व्हाउचर को ले उड़ा. वहीं रामबाग सब्जी बाजार के पास स्थित एसबीआई के एटीएम में अज्ञात व्यक्ति द्वारा मशीन को तोड़कर चोरी का प्रयास किया गया। उसकी धुंधली फूटेज भी कैमरे में कैद हुई। फिर भी पुलिस अज्ञात व्यक्ति तक पहुंच नहीं पायी है। ऐसे में माना जा रहा है चोर पुलिस पर भारी पड़ रहे है।
कई चोरियों की होती ही नहीं शिकायत
चोरी के कई छोटे मामले होते है। जिनकी शिकायत अधिकांश लोगो द्वारा थाने में दर्ज ही नहीं करायी जाती। कुछ महीने पहले रामबाग क्षेत्र में ही कई घरों के भीतर से मंहगे मोबाईल फोन चोरी हुये थे। ब्राम्हणपारा वार्ड में भी कई घरों से मोबाईल व नगदी गायब हो चुके है। गत माह में हुये शादियों में भी कई घरों व धर्मशालाओं से मोबाईल व लैपटाप जैसे मंहगे डिवाइस चोरी हो चुके है।
जिसकी शिकायत थाने में दर्ज ही नहीं करायी गयी। इसी प्रकार वार्डो में कई सायकल घरों के बाहर से पार होती रहती है। ऐसे छुटपुट मामलों पर गंभीरता दिखाई जाये तो बड़े अपराधों का खुलासा भी हो सकता है।
सीसीटीवी फूटेज के बिना पुलिस बेबस
चोरियों के अधिकांश मामलों में पुलिस या तो सीसीटीवी कैमरो की फुटेज पर डिपेंड रहती है या फिर माल खपाने के दौरान चोर के पकड़ में आने की। सूचना तंत्र की कमजोरी चोरो का हौसला बढ़ा रही है। आमातालाब रोड़ भास्कर किराया व एटीएम सभी मामलों में पुलिस ने सबसे पहले फूटेज तलाशी एटीएम को छोड़ अन्य मामलों में फूटेज कैमरा नहीं होने के कारण मिल पायी और पुलिस बेबस नजर आयी।