‘गीता में निहित हैं संसार की हर समस्या का समाधान’ : बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में हर सांसारिक समस्या का समाधान है और सभी को उसके सार तत्व को आत्मसात करना चाहिए;
नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में हर सांसारिक समस्या का समाधान है और सभी को उसके सार तत्व को आत्मसात करना चाहिए।
श्री बिरला ने यहां लाल किला मैदान में आयोजित गीता प्रेरणा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि श्रीमद्भागवत गीता का केवल आध्यात्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसका सदुपयोग किया जा सकता है। गीता सांसारिक बंधनों और समस्याओं के निवारण का दर्शन है। उन्होंने कहा कि गीता आज निस्संदेह विश्व धरोहर है और जीवन में गीता के सार को आत्मसात करने से हर समस्या का समाधान संभव है।
उन्होंने कहा कि गीता जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को प्रेरणा देती है। साथ ही यह जीवन पद्धति का हिस्सा है और हमें कर्मवान और गतिशील बनाती है । यह हमें सही-गलत संस्कार का आभास कराती है। यह इसलिए संभव होता है क्योंकि इसका प्रभाव हमारी आंतरिक शक्तियों को सकारात्मक रूप से सक्रिय बनाता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि कि युवाओं सहित, सभी को गीता के ज्ञान के माध्यम से मतभेदों और पूर्वाग्रहों को दूर करके एक सामंजस्यपूर्ण समाज के लिए काम करने की आवश्यकता है। गीता प्रेरणा महोत्सव जैसे आयोजन एक ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो नैतिकता और अपनी जिम्मेदारी समझते हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, केंद्रीय महिला, बाल विकास एवं कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।