भारत-लक्जमबर्ग के बीच आर्थिक आदान-प्रदान बढ़ाने की बहुत हैं संभावनाएं : मोदी

भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी से लक्जमबर्ग में हुई जानहानि के लिए 130 करोड़ भारतवासियों की तरफ से संवेदना प्रकट की;

Update: 2020-11-19 23:19 GMT

नई दिल्ली। भारत-लक्जमबर्ग आभासी शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी से लक्जमबर्ग में हुई जानहानि के लिए 130 करोड़ भारतवासियों की तरफ से संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में भारत और लक्जमबर्ग के बीच यह पहला औपचारिक समिट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज जब विश्व कोविड महामारी की आर्थिक और स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहा है, तब भारत-लक्जमबर्ग पार्टनरशिप, दोनों देशों के साथ-साथ दोनों क्षेत्रों की रिकवरी के लिए उपयोगी हो सकती है। डेमोक्रेसी, रूल ऑफ लॉ और फ्रीडम जैसे साझा आदर्श हमारे संबंधों और आपसी सहयोग को मजबूती देते हैं। भारत और लक्जमबर्ग के बीच आर्थिक आदान-प्रदान बढ़ाने का बहुत पोटेंशियल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "स्टील, डिजिटल डोमेन जैसे क्षेत्रों में हमारे बीच अभी भी अच्छा सहयोग है, किंतु इसे और आगे ले जाने की अपार संभावनाएं हैं। मुझे प्रसन्नता है कि कुछ दिन पहले हमारी स्पेस एजेंसी ने लक्समबर्ग के चार सेटेलाइट्स लॉन्च किए। स्पेस के क्षेत्र में भी हम पारस्परिक आदान प्रदान बढ़ा सकते हैं।"

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