आतंकी गतिविधियों से हटाया तालिबान का नाम
अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है और ये दावा किया जा रहा है कि तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा करने में इसलिए कामयाब हो सका है क्योंकि उसे पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा था.लेकिन पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है..तालिबान ने पाक की उम्मीदों पर पानी तो फेर ही दिया है साथ ही जाते जाते अमेरिका को भी काबुल ब्लास्ट के रूप में एक झटका दिया है जिसकी वजह से अमेरिकी नेतृत्व पर उसी की सेना के कमांडर ने सवाल उठाए है .;
पाकिस्तान तालिबान की मदद करके अपने मंसूबे कामयाब करने की कोशिश में जुटा था .. पाक चाहता था कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी की समस्या सुलझाने में तालिबान उसकी मदद करे लेकिन पाक की मदद से अफगानिस्तान पर सत्ता काबिज करने वाले तालिबान ने इसे लेकर पाक को ही आंख दिखाना शुरू कर दिया है ... तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि टीटीपी , पाकिस्तान की समस्या है...उसे ही खुद सुलझाना होगा न कि अफगानिस्तान को... किसी और देश में शांति को नष्ट करने के लिए अफगान की धरती का इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा... ये पाकिस्तान, पाकिस्तानी उलेमाओं और धार्मिक हस्तियों की जिम्मेदारी है, तालिबान की नहीं..इस बयान के साथ ही तालिबान ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया और किसी भी तरीके से पाकिस्तान का साथ देने से इंकार कर दिया.. एक ओर तालिबान के इस बयान से पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गयी हैं..तो दूसरी ओर काबुल एयरपोर्ट में अपने 13 जवानों की जान जाने के बाद से ही अमेरिका की मुश्किलें अलग से बढ़ गई है. अमेरिकी जवानों में गुस्सा देखा जा रहा है खासतौर से जिस तरीके से उनकी अफगानिस्तान से विदाई हुई है. अमेरिका सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल स्टुअर्ट शेलर ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया और अफगानिस्तान में अमेरिका की विफलता के लिए सीनियर अधिकारियों और नेताओं से सार्वजनिक रूप से जिम्मेदारी लेने की मांग की....उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर चार मिनट 45 सेकंड का एक वीडियो पोस्ट किया... जिसमें उन्होंने देश के राजनीतिक नेतृत्व को इस असफलता की जिम्मेदारी लेने के लिए कहा है. वहीं अफगानिस्तान पर कब्जा करने के दो सप्ताह बाद ही तालिबान को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्टैंड भी बदलता दिख रहा है... संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी यूएनएससी ने आतंकी गतिविधियों से तालिबान का नाम हटा दिया है..