सुनीलम गिरफ्तार तनाव बरकरार

मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान हुई गोलीचालान के एक माह पूरे होने पर मंदसौर के पिपल्या मंडी से निकाली जाने वाली किसान मुक्ति यात्रा;

Update: 2017-07-06 14:01 GMT

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान हुई गोलीचालान के एक माह पूरे होने पर मंदसौर के पिपल्या मंडी से निकाली जाने वाली किसान मुक्ति यात्रा को लेकर तनाव बरकरार है। प्रशासन ने अभी तक यहां होने वाली सभी को अनुमति नहीं दी है। यह सभा कल से शुरु होने वाली है, पर इस यात्रा की अगुवाई कर रहे पूर्व विधायक डा सुनीलम को आज ही पुलिस ने धारा 151 के तहत पिपल्या मंडी से गिरफ्तार कर लिया।

इस गिरफ्तारी पर देशभर के किसान नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कल यात्रा कहां से शुरु होगी, इसे लेकर अभी भी असमंजस्य बना हुआ है, दोनों पक्ष अभी भी इसे लेकर अड़े हुए हैं। दूसरी तरफ इस यात्रा को लेकर किसानों में खासा उत्साह है, वे एक बार फिर सड़क पर निकल रहे हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार 6 जुलाई को बुड़ा में किसानों को श्रृद्धांजलि देने के साथ यात्रा की शुरुआत होनी है। यह वह जगह है, जहां गोली चलाई गई थी। इसके बाद पहली सभा पिपल्या मंडी में होनी है, प्रशासन इन दोनों कार्यक्रमों के लिए ही अनुमति नहीं दे रहा है।

गिरफ्तारी से पहले डा सुनीलम ने देशबन्धु से बात करते हुए कहा था, कि कार्यक्रम अपने तय स्वरुप में ही होगा, उन्होंने बताया था, कि प्रशासन से इस संबंध में कई बार संपर्क किया, शुरुआत में प्रशासन इसके लिए राजी भी था, पर आखिर में उसने मना कर दिया। डा सुनीलम का यह भी सवाल था, कि क्या किसी शहीद को श्रृद्धांजलि देने के लिए किसी अनुमति की जरुरत है। 

किसान सभा के मप्र अध्यक्ष जसविंदर सिंह ने बताया, कि जिन गांव के किसान शहीद हुए हैं वहां होने वाली सभाओं को भी रोकने की कोशिश की गई। इस गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया, कि पुलिस ग्रामीणों को धमका रही है, कि यात्रा में जाने पर उन पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया, कि प्रशासन से अभी भी बात चल रही है, वे चाहते हैं, सभा पिपल्या को छोड़कर कहीं और कर ली जाए, पर किसान संगठन इसके लिए तैयार नहीं हैं।

इसी बीच अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के समन्वयक बी एम सिंह, योगेन्द्र यादव सहित पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, तमिलनाडु, आध्र प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब के तमाम किसान संगठनों के नेता मंदसौर पहुंच चुके हैं। डा सुनीलम की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए बी एम सिंह ने कहा, कि सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है, वह किसानों से विरोध के उसके हक को भी छीनने पर उतारु है। योगेन्द्र यादव ने कहा, इस गिरफ्तारी से सरकार की बैखलाहट पता चलती है। जनआंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय की नेता मेधा पाटकर सहित अन्य नेताओं ने सुनीलम को तत्काल रिहा कर मुख्यमंत्री शिवराज से इस्तीफा मांगा।

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