किसान संगठनों में रोष, राष्ट्रपति के नाम कलेक्ट्रेट में सौंपा ज्ञापन

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में गौतम बुद्ध नगर जिले के किसानों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय, कलेक्ट्रेट सूरजपुर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम ज्ञापन सौंपा;

Update: 2025-03-21 16:42 GMT

ग्रेटर नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में गौतम बुद्ध नगर जिले के किसानों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय, कलेक्ट्रेट सूरजपुर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम ज्ञापन सौंपा।

भाकियू जिलाध्यक्ष रोबिन नागर और जिला मीडिया प्रभारी सुनील प्रधान ने सभी किसान-मजदूर सदस्यों और संगठन के पदाधिकारियों से दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट सूरजपुर पहुंचने की अपील की थी।

ज्ञापन में देशभर के किसानों के आंदोलन के प्रति सरकार के रवैए को लेकर विरोध जताया गया है। संगठन का कहना है कि किसान लंबे समय से फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। हरियाणा और पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर किसान पिछले 13 महीनों से शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे।

किसान नेताओं का आरोप है कि 19 मार्च को जब सरकार और किसान संगठनों के बीच वार्ता समाप्त हुई, तो वार्ता से लौट रहे किसान नेताओं को पंजाब सरकार ने गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा, दोनों प्रमुख मोर्चों को प्रशासन ने जबरन हटा दिया और आंदोलनकारियों को तानाशाही तरीके से दबाने का प्रयास किया।

भाकियू नेताओं ने कहा कि बुजुर्ग किसानों और महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। उन्होंने इसे किसानों के 'राइट टू प्रोटेस्ट' के खिलाफ बताया और राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप कर किसानों को न्याय दिलाने की अपील की।

अपने ज्ञापन के जरिए किसान संगठन यह बताना चाहते हैं कि पंजाब बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ सभी किसान संगठनों का पूरा समर्थन है और वह उनके साथ खड़े रहेंगे।

गौरतलब है कि अपने मुद्दों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 14 संगठनों के किसानों ने ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर भी महापंचायत की थी और उसके बाद धरना-प्रदर्शन किया था।

अधिकारियों से मिले आश्वासन के बाद इस धरने को समाप्त कर दिया गया है।

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