जम्मू कश्मीर की 150 साल पुरानी परंपरा फिर होगी बहाल, उमर सरकार का बड़ा ऐलान
जम्मू कश्मीर में एक बार फिर दरबार मूव परंपरा बहाल करने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में बीते दिन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सिविल सोसाइटीज के प्रतिनिधियों के साथ तीन घंटे की बैठक की। जिसके बाद उन्होंने बताया कि सरकार दरबार मूव को फिर से शुरू करेगी;
जम्मू। जम्मू कश्मीर में एक बार फिर दरबार मूव परंपरा बहाल करने की तैयारी चल रही है। इसी सिलसिले में बीते दिन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सिविल सोसाइटीज के प्रतिनिधियों के साथ तीन घंटे की बैठक की। जिसके बाद उन्होंने बताया कि सरकार दरबार मूव को फिर से शुरू करेगी।
उमर ने कहा कि मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि विधानसभा चुनाव के प्रचार में पार्टियों इस मुद्दे को शामिल क्यों नहीं किया गया था। चुनाव के नतीजे आने के बाद ही इस बारे में चर्चाएं तेज हुई हैं। हमने अपने घोषणापत्र में इस मुद्दे को शामिल किया था। जम्मू का अपना महत्व है और हम इसकी विशिष्टता को कम नहीं होने देंगे।
आपको बता दें कि ये परंपरा 1872 में जम्मू-कश्मीर के डोगरा राजवंश के महाराजा रणबीर सिंह ने शुरू की थी। इसके तहत गर्मियों में जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर होती थी लेकिन सर्दियों में जम्मू शिफ्ट कर दी जाती थी। प्रदेश में सर्दी और गर्मी से बचने के लिए ऐसा किया जाता था। इसका फायदा ये होता था कि राजधानी ट्रांसफर करने से श्रीनगर और जम्मू दोनों की जगहों के व्यापार में 6-6 महीने बहुत तेजी रहती थी। लेकिन एलजी मनोज सिन्हा ने जून, 2021 में यह परंपरा खत्म कर दी थी। जिसे अब दोबारा शुरू करने की कवायद तेज़ हो गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही इसे लागू करने करने की घोषणा भी कर दी जाएगी।