शिवराज ने शिक्षक दिवस से एक दिन पहले शिक्षकों का बढ़ाया उत्साह, कांग्रेस ने बताया इवेंट
मध्य प्रदेश में शिक्षक दिवस से एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को व्यवहारिक प्रशिक्षण देते हुए कहा कि शिक्षक नौकर नहीं है;
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षक दिवस से एक दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को व्यवहारिक प्रशिक्षण देते हुए कहा कि शिक्षक नौकर नहीं है, वे तो बच्चों का भविष्य गढ़ने वाले गुरू हैं। वहीं कांग्रेस ने इस आयोजन को प्रदेश सरकार का ईवेंट करार दिया।
राजधानी के बीएचईएल दशहरा मैदान में हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों से आए नवनियुक्त शिक्षकों में से प्रतीक स्वरूप छह शिक्षकों को शुभकामना-पत्रऔर प्रशिक्षण सामग्री भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर कहा है कि प्रदेश की शालाओं में अध्ययनरत बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए शासकीय शालाओं के साथ शासकीय मान्यता प्राप्त सभी अशासकीय और अनुदान प्राप्त शालाओं में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर की जाएंगी। साथ ही इन शालाओं में आंतरिक मूल्यांकन भी नियमित रूप से सुनिश्चित कराया जाएगा। बच्चों का भविष्य गढ़ने का दायित्व शिक्षकों पर है। शिक्षक बच्चों को जैसा गढ़ेगें, वैसा ही देश और प्रदेश का निर्माण होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों को उनकी भाषा में शिक्षा देना आवश्यक है। इससे उनकी स्वाभाविक प्रतिभा प्रकट होती है। अपनी भाषा के गौरव को स्थापित करना आवश्यक है। हमें बच्चों को अंग्रेजी के भय से मुक्त करने की दिशा में भी कार्य करना है। प्रदेश में हिन्दी भाषा में मेडिकल की पढा़ई शुरू करने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री चौहान ने नवनियुक्त शिक्षकों को सकारात्मक रहते हुए अपने कत्र्तव्य निर्वहन के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आपके प्रयासों से ही प्रदेश शिक्षा में देश में पहले स्थान पर पहुंचेगा।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार ने कहा कि शिक्षक की कार्यशैली और उनका व्यवहार विद्यार्थियों के लिए आदर्श होता है। शिक्षकों का कत्र्तव्य है कि वे अपना संपूर्ण समर्पण, शाला और समाज को प्रदान करें और अपने विद्यार्थियों को सर्वोत्तम ज्ञान, संस्कार उपलब्ध कराने के लिए हर-संभव प्रयास करें।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने इस आयेाजन को लेकर कहा, आज मध्यप्रदेश के भोपाल के दशहरा मैदान पर शिवराज सरकार द्वारा आयोजित नव नियुक्त शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सिर्फ भाषण बाजी , किस्से - कहानियो तक ही सीमित रहा , प्रशिक्षण जैसा कुछ नहीं। पहले तो वर्षों बाद नियुक्ति दी और हर बार की तरह लाखों खर्च कर इसे भी एक इवेंट का रूप दिया गया।