शिवपाल ने किया 'समाजवादी सेक्युलर मोर्चा' का गठन
अपना अलग मोर्चा बनाने के एलान के लम्बे समय बाद आखिरकार बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन कर दिया है;
लखनऊ। अपना अलग मोर्चा बनाने के एलान के लम्बे समय बाद आखिरकार बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा है कि सपा में जो भी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं वह समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल हो सकते हैं।
सपा विधायक शिवपाल यादव ने मोर्चा के गठन की घोषणा के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी लम्बे संघर्ष के बाद बनी है। इसमें लाखों लोगों का खून पसीना लगा है। जब नेता जी (मुलायम सिंह) के नेतृत्व में पार्टी खड़ी हुई, जिसमें कई बड़े-बड़े नेता रहे हैं।
शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी कमजोर न रहे, लेकिन सपा में काफी समय से लोगों की उपेक्षा हो रही है। उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है, उन्हें कोई पूछ नहीं रहा हैं। इसलिए मैंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाकर उन लोगों को काम दिया है। वह लोगों से बात करें, जिले में जाएं और संगठन खड़ा करें। शिवपाल सिंह ने भाजपा में जाने की बात को अफवाह बताया और कहा कि बीजेपी में जाने की अफवाह गलत है। वह पार्टी में नेताजी (मुलायम सिंह) का सम्मान न होने से आहत हैं।
2017 में एलान के बाद आज मोर्चा का गठन करने के सवाल पर शिवपाल ने कहा, "मैंने दो साल तक इसलिए इंतजार किया, क्योंकि मैं चाहता था कि पूरी समाजवादी पार्टी एक रहे। लेकिन जब नहीं पूछा और बैठक में नहीं बुलाया और न ही काम दिया जा रहा हैं तो मैंने मोर्चे का गठन किया है।"
क्या सपा संरक्षक भी आप के साथ होंगे के सवाल पर शिवपाल ने बात को घुमाया और कहा कि हमारा प्रयास होगा कि जितने भी लोग हैं, जिनका सपा में सम्मान नहीं हो रहा हो वे साथ आएं। उन्हें कोई पूछ नहीं रहा हो वह सब लोग हमारे साथ आएं। यही नहीं हम जितने भी छोटे-छोटे दल हैं सब को इकट्ठा करेंगे। 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति के सवाल पर उन्होंने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के यूपी में नया सियासी विकल्प होने की बात से इंकार नहीं किया।