आतंकियों को पनाह, प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कहा कि आज आतंकवाद विचारधारा बन गया है, जो हमारे पड़ोस में फल-फूल रहा है।;
मथुरा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कहा कि आज आतंकवाद विचारधारा बन गया है, जो हमारे पड़ोस में फल-फूल रहा है। हमने सबक सिखाया है और आगे भी सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि समस्या आतंक की हो या पर्यावरण की, मिलकर लड़ना होगा, और आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां वृहद पशु आरोग्य मेला का शुभारंभ करने के साथ पशुपालन और दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज के ही दिन (11 सितंबर) दुर्भाग्य से अमेरिका में बड़ा आतंकी हमला हुआ था, जिससे दुनिया दहल गई थी। आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गया है। यह ग्लोबल समस्या है। जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं। आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। भारत इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम है।"
आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गई है, जो किसी सरहद से नहीं बंधी है।
ये एक global problem है, जिसकी जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं।
आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत सक्षम है, ये हमने करके दिखाया भी है और आगे भी करेंगे: पीएम मोदी pic.twitter.com/BlR3k34dMh
मोदी ने कहा, "स्वच्छ भारत हो, जल जीवन मिशन हो या फिर कृषि और पशुपालन को प्रोत्साहन, प्रकृति और आर्थिक विकास में संतुलन बनाकर ही हम सशक्त और नए भारत के निर्माण की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। आज स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत हुई है, नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम को भी लॉन्च किया गया है। पशुओं के स्वास्थ्य, पोषण, डेरी उद्योग और कुछ अन्य परियोजनाएं भी शुरू हुई हैं। इसके अलावा मथुरा के इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यटन से जुड़ी कई परियोजनाओं का भी शुभारंभ हुआ है।"
भारत के डेयरी सेक्टर को विस्तार देने के लिए, हमें Innovation की ज़रूरत है, नई तकनीक की जरूरत है।
ये इनोवेशन हमारे ग्रामीण समाज से भी आए, इसलिए आज Startup Grand Challenge की शुरुआत भी की गई है।
मैं नौजवानों से विशेष रूप से कहता हूं आइये और इससे जुड़िये: पीएम मोदी pic.twitter.com/fe8i1ZPacP
उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का यह प्रेरणा का वर्ष है। 'स्वच्छता ही सेवा' के पीछे भी यही भावना छिपी हुई है। उसको अपनाने का संकल्प ही गांधी जी को सच्ची श्रद्घांजलि है।"
हमारे देश में कुछ लोगों के कान पर अगर ॐ या गाय शब्द पड़ता है तो उनके बाल खड़े हो जाते हैं।
उनको लगता है कि देश 16वीं और 17वीं शताब्दी में चला गया है।
ऐसा कहने वालों ने देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है: पीएम मोदी pic.twitter.com/qdDfvfDKDC
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज गाय का नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। ओम नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं।
प्लास्टिक से होने वाली समस्या गंभीर होती जा रही हैं।
प्लास्टिक जलीय जीवों और पशुओं की मौत का कारण बन रही है।
हमें single use plastic से हमें छुटकारा पाना ही होगा।
हमें कोशिश करनी है कि 2 अक्टूबर तक घरों, दफ्तरों और कार्यक्षेत्रों को single use plastic से मुक्त करें: पीएम मोदी pic.twitter.com/rZdFdpCOLl
जल जीवन मिशन के बारे में मोदी ने कहा कि जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है, और इसका लाभ गांव में रहने वाले किसानों को मिलेगा।
पर्यावरण और स्वास्थ्य से ही जुड़ा एक विषय है जल संकट।
जल संकट का उपाय है- जल जीवन मिशन।
इसके तहत जल संरक्षण और हर घर जल पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है।
इसका बहुत बड़ा लाभ ग्रामीणों, किसानों और माताओं-बहनों को मिलेगा।
पानी पर खर्च कम होने से उनकी बचत भी बढ़ेगी: पीएम मोदी pic.twitter.com/barTQAEQY7
उन्होंने कहा, "कचरे से कंचन की सोच ही हमारे पर्यावरण की रक्षा करेगी, आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाएगी। अपनी आदतों में भी हमें परिवर्तन करने होंगे। हमें यह तय करना है कि जब भी दुकान, बाजार में खरीदारी के लिए जाएं तो साथ में अपना थैला, बैग अवश्य ले जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लस्टिक का उपयोग कम से कम करें। सरकारी कार्यक्रमों में भी प्लास्टिक की बोतलों के बजाए मिट्टी के बर्तनों या मेटल की व्यवस्था हो।"
ब्रज भूमि ने हमेशा से ही पूरे देश, पूरे विश्व और पूरी मानवता को प्रेरित किया है।
आज पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण के लिए रोल मॉडल ढूंढ रहा है।
लेकिन भारत के पास भगवान श्रीकृष्ण जैसा प्रेरणा स्रोत हमेशा से रहा है।
जिनकी कल्पना ही पर्यावरण प्रेम के बिना अधूरी है: पीएम मोदी pic.twitter.com/BzTIHhhYCo
मोदी ने कहा, "स्वच्छता ही सेवा के पीछे यही भावना जुड़ी है। प्लास्टिक से होने वाली समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही है। प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रही है। नदियां, झीलों और तलाबों में रहने वाले जीवों का प्लास्टिक निगलने के बाद जिंदा बचना मुश्किल हो रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाना ही होगा। हमें ये कोशिश करनी है कि इस वर्ष दो अक्टूबर तक अपने घरों, दुकानों, कार्यक्षेत्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें।"
पर्यावरण और पशुधन हमेशा से भारत के आर्थिक चिंतन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है।
यही कारण है कि चाहे स्वच्छ भारत हो, जल जीवन मिशन हो या कृषि और पशुपालन को प्रोत्साहन...
प्रकृति और आर्थिक विकास में संतुलन बनाकर ही हम सशक्त और नए भारत के निर्माण की तरफ आगे बढ़ रहे हैं: पीएम pic.twitter.com/O4adBKjbhZ
उन्होंने कहा, "ब्रजभूमि ने हमेशा से ही पूरे विश्व और पूरी मानवता को प्रेरित किया है। आज पूरा विश्व पर्यावरण संरक्षण के लिए रोल मॉडल ढूंढ़ रहा है, लेकिन भारत के पास भगवान श्रीकृष्ण जैसा प्रेरणा स्रोत हमेशा से रहा है, जिनकी कल्पना ही पर्यावरण प्रेम के बिना अधूरी है।"
मोदी ने कहा, "स्वच्छता और स्वास्थ्य की दिशा में योगी सरकार का कार्य प्रशंसनीय है। इंसेफलाइटिस की दिशा में योगी सरकार ने सराहनीय कार्य किया। गंभीर बीमारी को स्वच्छता के माध्यम से काबू किया। मस्तिष्क ज्वर के कारण पार्लियामेंट में योगी जी दर्दनाक कथा सुनाकर देश को जगाने की कोशिश करते थे।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "पांच साल में दूध उत्पादन में सात फीसदी की वृद्धि हुई है। सरकार बनने के बाद 100 दिन में जो कड़े फैसले लिए गए, इनमें पशुओं का टीकाकरण भी एक है। हमारे पशु बार-बार बीमार न हों, इसीलिए आज 13 हजार करोड़ रुपये की योजना शुरू की गई। स्टॉर्टअप ग्रांड चैलेंज से युवा जुड़ें। प्लास्टिक का विकल्प तलाशें। नए आइडिया लाएं। देश की समृद्घि का रास्ता देश की मिट्टी से ही निकलेगा। रोजगार के अवसर भी शुरू होंगे।"