लॉटरी के बहाने ठगने वाले नाइजीरियन सहित सात गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर चलाकर मासूम लोगों को ठगने के आरोप में दो नाइजीरियन सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है....;
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर चलाकर मासूम लोगों को ठगने के आरोप में दो नाइजीरियन सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान तिलक नगर निवासी गुरविंदर सिंह (31), ईशांत माहे (25), हरजीत सिंह (30), गाजियाबाद निवासी सुनील अग्रवाल (35), निलोठी एक्स. निवासी कर्तव्य खन्ना, नाइजीरियन मूल निवासी इनोसेंट और जॉन इकहे के रूप में की गई है, जो दक्षिणी दिल्ली इलाके में किराए के मकान में रहते थे। पुलिस को शिकायत मिली थी कि फोन करके लॉटरी के नाम पर एक व्यक्ति से लाखों रूपए की ठगी की गई, जिसके बाद दक्षिण पश्चिमी जिले के एएटीएस की टीम ने आरोपियों के बारे में छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, टीम को एक गुप्त सूचना के आधार पर तीन आरोपियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद टीम ने छापेमारी करके एक-दो दिन के अंतराल में ईशांत, गुरविंदर, सुनील, हरजीत और कर्तव्य को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि ईशांत कम्प्यूटर में एडिटिंग जानता था और अपने लैपटॉप में कोरल ड्रा साफ्टवेयर की मदद से पहचान पत्र से छेड़छाड़ करता था।
ईशांत ने बताया कि वह पहचान पत्र में अपने साथियों की फोटो लगा देता था, जबकि पता व नाम फर्जी डाल देता था। इसके बाद उसके साथी बैंक में खाता खुलवा लेते थे और फिर उस खाते को नाइजीरियन आरोपी इनोसेंट व जॉन को बेच देते थे। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस अधिकारियों ने दोनों नाइजीरियन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिन्होंने पूछताछ में अपना अपराध कबूल कर लिया। पुलिस की पूछताछ में इनोसेंट व जॉन ने बताया कि वह दक्षिणी दिल्ली में किराए पर रहते थे और वहीं फर्जी कॉल सेंटर चलाते थे।
आरोपी भोले-भाले मासूम लोगों को फोन करके उनकी लॉटरी निकलने का दावा करते थे और लॉटरी के नियमों के हवाले से कुछ पैसे ही मांग रखते थे। जब लॉटरी के लालच में पीड़ित उसके बैंक खाते में पैसे जमा करा देता था, तो वह पैसे बैंक से निकाल लेते थे और पीड़ित का फोन उठाना बंद कर देते थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और पुरानी दर्ज शिकायतें खंगाल रही है। दोनों नाइजीरियन मूल के आरोपियेां ने लगभग पचास लोगों को ठगा है।