खनिकों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि खनिकों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्पादकता, लाभ मार्जिन व सुरक्षा के बीच संतुलन बनाया जाना चाहिए;
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि खनिकों की सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्पादकता, लाभ मार्जिन व सुरक्षा के बीच संतुलन बनाया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति ने एक समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार (खनन) 2013 व 2014 प्रदान किए। उन्होंने कहा कि भारत के पास प्रचुर खनिज संपदा है और यह क्षेत्र देश के जीडीपी में 2.6 फीसदी का योगदान देता है। यह क्षेत्र प्रत्यक्ष तौर पर रोजाना औसत के आधार पर दस लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हाल के दशक में खनन उद्योग ने मशीनीकरण और नई प्रौद्योगिकी को अपनाकर उत्पादन और उत्पादकता के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की है।
उन्होंने कहा, "इतिहास में इससे पहले कभी भी भारतीय खनन उद्योग ने इस तरह से क्रांतिकारी बदलावों का अनुभव नहीं किया। अधिक उत्पादकता और मुनाफे का अंतर एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के बीच संतुलन काफी महत्वपूर्ण है। मानव सुरक्षा और जीवन हमारी प्राथमिकता में होने चाहिए। इसे प्राथमिकता देना हर एक व्यक्ति एवं संगठन का दायित्व है।"
उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि खनन क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार हमारे देश के खनन उद्योग में सुरक्षा और कल्याण मानकों को कायम रखने के लिए उत्कृष्ट प्रेरक के तौर पर जारी रहेंगे। आज के इस कार्यक्रम में खनिज क्षेत्र के पुरस्कार विजेताओं द्वारा अपनाई गई व्यवस्था एवं प्रणाली खनन इंजीनियरिंग और प्रबंधन के छात्रों के लिए एक उदाहरण (केस स्टडी) बननी चाहिए।
राष्ट्रपति ने खनन कंपनियों से आग्रह किया कि वे कर्मचारियों, उनके परिजनों, स्थानीय समुदायों और व्यापक जन समूह को कारगर सहायता प्रदान करने के लिए प्रबुद्ध नीतियों का निर्माण करें।