नगर में लगी रेड लाइट बनी शोपीस, लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी चालू नहीं हुई रेड लाइट

उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर नगर के काला आम चौराहे पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद लगाई गई रेड लाइट नहीं हुई चालू आपको बता दें कि अब से काफी समय पूर्व लाखों रुपए खर्च करने के बाद जनता की सुविधा के लिए लगाई गई नगर के काला आम चौराहे पर रेड लाइट जिसका कुछ ही समय पर शुरू हुई थी;

Update: 2022-12-12 20:36 GMT

- सुरेन्द्र सिंह भाटी

उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर नगर के काला आम चौराहे पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद लगाई गई रेड लाइट नहीं हुई चालू आपको बता दें कि अब से काफी समय पूर्व लाखों रुपए खर्च करने के बाद जनता की सुविधा के लिए लगाई गई नगर के काला आम चौराहे पर रेड लाइट जिसका कुछ ही समय पर शुरू हुई थी रेड लाइट लेकिन बंद होने के बाद दोबारा नगर मैं नहीं हुई चालू रेड लाइट रेड लाइट के सुचारु रुप से चालू नहीं रहने के चलते ट्रैफिक पुलिसकर्मियों सहित आमजन को काफी आज तक परेशानियों का सामना उठाना पड़ता है नगर में जाम जैसी स्थिति बनी रहती है।

लेकिन उसके बावजूद भी जिला प्रशासन द्वारा ट्रैक पर रेड लाइट का उपयोग आखिर क्यों एक बार के इस्तेमाल के बाद दोबारा चालू नहीं की गई रेडलाइट हालांकि यह अभी सोचने का विषय बना हुआ है अब देखने वाली बात यह भी होगी कि जिला प्रशासन कुंभकरण की नींद से जागने को होगा भी या नही। नगर की रेड लाइट है आज सिर्फ शोपीस बनी हुई है।

काला आम चौराहे पर लगी रेड लाइन की व्यवस्था। अगर बात की जाए अन्य जनपदों की तो कहीं ना कहीं सभी जनपदों में सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं प्रत्येक चौराहे पर लगी रेड लाइट लेकिन केवल और केवल बुलंदशहर नगर मैं ही नहीं हो पा रहा रेड लाइट का इस्तेमाल वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुलंदशहर नगर में ट्रैफिक की मात्रा अधिक होने के चलते अभी तक नहीं किया गया है ट्रैफिक लाइट का इस्तेमाल जबकि यह ट्रैफिक लाइट ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की सुविधा के लिए लगाई गई थी।

जिससे कि काफी हद तक ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को अपने काम से मिल सकता था आराम लेकिन फिर भी नहीं चालू की गई यह रेड लाइट तो कहीं ना कहीं सरकार के प्रत्येक कार्य के लिए जनता के ही पैसे का किया जाता है इस्तेमाल अब यह सोचने का विषय बना हुआ है।

अब देखना होगा कि सरकार के किए गए कार्य को जिला प्रशासन धरातल पर आखिर सुचारू क्यों नहीं करता है।

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