राजे ने प्रदेशवासियों से आतिथ्य सत्कार परम्परा समृद्ध बनाने का अनुरोध किया

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेशवासियों से प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को अपना मेहमान मानकर उनके स्वागत-सत्कार एवं आतिथ्य की राजस्थानी परम्परा को और समृद्ध बनाने का आह्वान किया;

Update: 2017-09-26 18:38 GMT

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेशवासियों से प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को अपना मेहमान मानकर उनके स्वागत-सत्कार एवं आतिथ्य की राजस्थानी परम्परा को और समृद्ध बनाने का आह्वान किया।

श्रीमती राजे ने आज यहां विश्व पर्यटन दिवस की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा कि प्रकृति से राजस्थान को नैसर्गिक विविधता और इतिहास से गौरवशाली विरासत मिली है।

यहां की बहुरंगी संस्कृति, शिल्प, कला, लोक संगीत, तीज-त्यौहार, मेले, ऐतिहासिक किले, भव्य महल और अद्भुत हवेलियां पर्यटकों के लिए हमेशा आकर्षण का केन्द्र रहे हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के पर्यटन उद्योग को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठा रही है। राज्य पर्यटन का स्लोगन ‘जाने क्या दिख जाए‘ लोगों को आकर्षित कर रहा है।

राज्य सरकार पुरा महत्व के किलों, स्मारकों व धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार कर रही है। पर्यटन के क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व कार्यों के चलते ही विभिन्न पर्यटन एजेंसियों ने राज्य के पर्यटन की सराहना की है।

श्रीमती राजे ने प्रदेशवासियों से विश्व पर्यटन मानचित्र पर राजस्थान का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों के सहगामी बनने का आह्वान किया।

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