राजस्थान आज कौशल विकास में सिरमौर : वसुंधरा

 राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि छोटे-छोटे कदम आगे बढ़ाकर राजस्थान आज कौशल विकास में सिरमौर बन चुका हैं;

Update: 2018-07-15 00:49 GMT

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा है कि छोटे-छोटे कदम आगे बढ़ाकर राजस्थान आज कौशल विकास में सिरमौर बन चुका हैं। 

श्रीमती राजे आज यहां विश्व युवा कौशल दिवस की पूर्व संध्या पर कौशल विकास में आयाम स्थापित करने वाले युवाओं को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 में हमने राजस्थान के युवाओं को रोजगार कुशल बनाने के लिए आरमोल की शुरूआत चार करोड़ रुपए के साथ की थी आज कौशल विकास का बजट 1100 करोड़ तक पहुंच गया है और लाखों युवा विश्व स्तरीय कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर अच्छे रोजगार पर लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कदम आगे बढ़ाकर राजस्थान लगातार तीन बार कौशल विकास में पूरे देश में सिरमौर बनकर गोल्ड मैडल जीत चुका है। 
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने अंदर छिपे कौशल को प्रशिक्षण के माध्यम से निखारें और दुनिया में अपना परचम लहरायें।

राज्य सरकार युवाओं के कौशल को निखारने के लिए अपने पूरे प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब राजस्थान को सूचना प्रौद्योगिकी में पिछड़ा हुआ माना जाता था, लेकिन आज आईटी सेक्टर में राजस्थान इतना आगे बढ़ गया है कि कर्नाटक जैसे आईटी के हब माने जाने वाले राज्य ने राजस्थान को कंसल्टेंट बनाया है। 

उन्होंने कहा कि राजस्थान को इस साल पूरे देश में सबसे बेस्ट आईटी स्टेट चुना गया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि आईटी के क्षेत्र में जो मौके हैं उनका भरपूर इस्तेमाल करें। राज्य सरकार ने आईटी के लिए अलग से फण्ड का प्रावधान भी किया है। श्रीमती राजे ने कहा कि 25 से 27 जुलाई तक बीकानेर में आयोजित होने वाले आईटी जॉब फेयर में दुनिया की बेहतरीन कम्पनियां आएंगी और युवाओं को मौका देंगी। राजस्थान के युवाओं में क्षमता है। जरूरत सिर्फ उस क्षमता की पहचान करने की है। 

मुख्यमंत्री ने उनका मकसद हर हाथ कुशल बने और हर हाथ को रोजगार मिलने का बताते हुए कहा कि आरएसएलडीसी के माध्यम से संचालित प्रशिक्षण केन्द्रों एवं आईटीआई से निकले करीब 13 लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है। सिंगापुर के साथ मिलकर हमने उदयपुर में उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किया है, जिसमें पहले साल 400 युवा रोजगार कुशल बनेंगे। उन्होंने कहा कि पचपदरा में स्थापित हो रही रिफाइनरी में भी स्किल डवलपमेंट ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जायेगा, ताकि रिफाइनरी के लिए प्रशिक्षित युवा उपलब्ध हो सके और युवाओं को रोजगार मिल सके। 

इस अवसर पर उद्योग मंत्री राजपाल सिंह ने बताया कि प्रशिक्षित युवा एवं निवेश के अनुकूल माहौल के कारण राजस्थान में पिछले चार साल में तीन लाख करोड़ से ज्यादा का निवेश आया है। अकेले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों में 3 लाख 66 हजार से ज्यादा कम्पनियां रजिस्टर हुई हैं।

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