बस्तर से कनाडाईनागरिक के लापता होने से मचा हडक़ंप
रायपुर ! बस्तर के भ्रमण पर आए एक कनाडाई सामाजिक कार्यकर्ता के अचानक गायब होने के मामले कों केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया है।;
रायपुर ! बस्तर के भ्रमण पर आए एक कनाडाई सामाजिक कार्यकर्ता के अचानक गायब होने के मामले कों केन्द्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता जॉन के अपहरण की संभावना जताई जा रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि कनाडाई नागरिक को संदिग्ध समझकर ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था।
इस मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने छग व ओडि़सा सरकार से तुरंत जानकारी देने कहा है। श्रीमती स्वराज ने अपहरण की आशंका को देखते हुए रिपोर्ट भी मांगी है। बताया गया कि कनाड़ाई सामाजिक कार्यकर्ता दो दिन पहले बस्तर घूमने पहुंचा जिसे अंतिम बार किष्टाराम थाने से करीब 2 किलोमीटर दूर सिंगामडगू गांव के पास देखा गया था।
बस्तर के प्रभारी आईजी पी सुंदरराज का कहना है कि उनको फोन करने वाले एक व्यक्ति उनका नाम जॉन बताया है। पुलिस इस बात का पता लगा रही हे कि जॉन बस्तर कब पहुंचे थे। वे किनके संपर्क में थे। इसके अलावा जॉन के ट्रेवल एजेंट से भी सम्पर्क करने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस फोर्स को अलर्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जॉन कनाड़ा की एक संस्था इमिग्रेशन रेक्यु जी सिटीजन शिप का सदस्य है। वह मुम्बई से बस्तर पहुंचा है। जगदलपुर पहुंचने के बाद वे बाइक से सुकमा तक पहुंचे। इसके बाद सिंगामडगू गांव से लापता हो गये है। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार कनाडाई सामाजिक कार्यकर्ता सुकमा क्यों गया था। बस्तर में उनका जानने वाला कौन था। कनाडाई युवक के अचानक गायब होने के बाद यह आशंका भी जताई जा रही है कि उन्हें नक्सलियों ने अगवा तो नहीं कर लिया है।
कनाडा दूतावास के पास जानकारी नहीं
जॉन खुद ही बस्तर के सुदूर इलाके में गए थे और उन इलाकों में नेटवर्क नहीं होने के कारण उनके गायब होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि कनाडा के दूतावास ने भी अभी तक इस बारे में किसी तरह की खबर से अनभिज्ञता जाहिर की है। दूतावास के अधिकारियों का कहना है कि उनके देश का कोई नागरिक बस्तर गया है। इस बात की जानकारी फिलहाल उन्हें नहीं है। इस दौरान मुम्बई दूतावास से इस संबंध में सम्पर्क कर जानकारी देने की बात कही है।