बैंक कालोनी में हुई चाकूबाजी की घटना का खुलासा,आर्थिक तंगी के चलते जीजा ने ही रची थी साजिश
रायगढ़ ! रायगढ़ के चक्रधर नगर थाने के इलाके में आने वाले बैंक कालोनी में घर में घुसकर महिला के उपर चाकू से हमला करने वाले दो आरोपी समेत उनके दो सहयोगियों को पुलिस ने आज गिरफ्तार;
मास्टरमाइंड सहित 4 आरोपी गिरफ्तार
रायगढ़ ! रायगढ़ के चक्रधर नगर थाने के इलाके में आने वाले बैंक कालोनी में घर में घुसकर महिला के उपर चाकू से हमला करने वाले दो आरोपी समेत उनके दो सहयोगियों को पुलिस ने आज गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है, पूरी योजना बनाने वाले आरोपी से पुलिस ने लगभग साढ़े 3 लाख रूपये के सोने के गहने भी बरामद किये गये है। आरोपियों ने यह योजना उनके ही रिश्तेदार के कहने पर बनाई थी और महिला की हत्या का मामला निपटने के बाद सोने को बेचकर पैसे आपस में बांटने का भी प्लान बनाया था लेकिन पुलिस ने इनकी योजना को असफल कर दिया। क्राईम ब्रांच व चक्रधर नगर पुलिस ने मिलकर दोनों हमलावर सहित योजना बनाने वाले मुख्य सरगना एवं उसके एक साथी को भी अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है।
गत 20 फवरी की दोपहर बैंक कालोनी इलाके में रहने वाली महिला कविता अग्रवाल के उपर चाकूओं से उस वक्त हमला किया था जब वह घर में अपने ही आरोपी रिश्तेदार विकास अग्रवाल के साथ थी और हमलावरों ने दरवाजा खोलते हुए चाकूओं से एक के बाद एक हमले कविता पर कर दिये थे, बुरी तरह घायल कविता को मोहल्लेवासी व पुलिस ने मिलकर चिकित्सालय में भेजा था जहां उसकी जान बच गई, इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद क्राईम ब्रांच की टीम रायगढ़ मिश्रा तथा चक्रधर नगर थाने की टीम अमित पाटले के नेतृत्व में जांच में जुट गई थी और जांच के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग पुलिस को लगे थे जिसमें घटना के दिन कविता अग्रवाल के घर में रहने वाले उसके रिश्तेदार जीजा विकास अग्रवाल ने यह योजना बनाई थी और विकास अग्रवाल अब पुलिस के गिरफ्त में है उसने माना कि अपना कर्ज चुकाने के लिये असलम, मोहसिन , दीपक साथी के साथ मिलकर अपनी साली कविता को मार कर सोनें चांदी के जेवरात तथा नगदी लूट की योजना बनाई थी जो असफल रही। उसने यह भी बताया कि उसके पास करीब 5 लाख रूपये से भी अधिक के गहने तथा जिसमें 2 लाख 70 हजार रूपये के गहने बेचकर कर्जा उतार दिया बाकी गहने भी मामला ठंडा होनें के बाद बेचने वाला था। पुलिस अधीक्षक बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि इन सभी ने मिलकर यह योजना बनाई थी जिसमें आनंद अग्रवाल के कहने पर ही उसके अन्य तीन साथियों ने इस घटना को अंजाम दिया था जिसमें कविता अग्रवाल को जान से मारकर उसकी रकम व सोनें, चांदी के जेवरात अपने कब्जे में लेकर आपस में बांटने की प्लानिंग भी थी। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि चारो आरोपी एक दूसरे से पहले से परिचित थे और विकास अग्रवाल के कहने पर ही हमने की योजना बनी और मजे की बात यह है कि विकास अग्रवाल हमला के समय घर में ही मौजूद था और उसने ही जबरन इस पूरे मामले से पुलिस का ध्यान हटाने की कोशिश की थी। पुलिस अधीक्षक ने यह भी बताया कि सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से लगभग साढ़े 3 लाख रूपये का जेवरात जब्त किया गया है। बहरहाल चक्रधर नगर थाने इलाके की बैंक कालोनी में चाकूबाजी की घटना सामने आने के बाद पूरी स्थिति साफ हुई कि किस तरह रिश्तेदार ने ही अपनी साख के साथ-साथ कर्जा चुकाने के लिये फिल्मी स्टाईल में यह योजना बनाई है जो विफल रही।