कर्तव्य निर्वहन में विफल रहे प्रधानमंत्री : ओवैसी
एआईएमईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के मुसलमानों की रक्षा में विफल रहने का आरोप लगाते हुए दिल्ली हिंसा की घटनाओं की न्यायिक जाँच की आज माँग की;
नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमईएम) के असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के मुसलमानों की रक्षा में विफल रहने का आरोप लगाते हुए दिल्ली हिंसा की घटनाओं की न्यायिक जाँच की आज माँग की।
‘दिल्ली के कुछ हिस्से में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर लोकसभा में आज हुई चर्चा को आगे बढ़ाते हुये श्री ओवैसी ने कहा कि जब दिल्ली की सांप्रदायिक में हिंसा में लोगों को मारा जा रहा था उस समय श्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत में व्यस्त थे जहाँ नौसेना का बैंड “कैन यू फील द लव टूनाइट” की धुन बजा रहा था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश के मुसलमानों की जिंदगी बचाने की अपनी जिम्मेदारी में विफल रहे।
उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुये कहा कि देश संविधान के अनुसार दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाये रखना उसकी जिम्मेदारी है। यह कहा गया कि पुलिस बल पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं था। ऐसी स्थिति में उपराज्यपाल सेना को बुला सकते थे। उन्होंने कहा, “आप बिल्कुल शर्मिंदा नहीं हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के नालों में पड़े शवों पर आप गौरवान्वित हो रहे हैं। क्या आपके अंदर जारी भी मानवता रह गयी हैं?”
श्री ओवैसी ने कहा कि हिंसा में मारे गये अंकित के प्राणों की कीमत फैजान के प्राणों से अधिक नहीं हो सकती। उन्होंने इस पूरे मामले की न्यायिक जाँच की माँग करते हुये कहा कि विशेष जाँच दल पर उनका भरोसा नहीं है। साथ ही उन्होंने एक सर्वदलीय समिति बनाकर हिंसा प्रभावित इलाकों में भेजे जाने की भी माँग की।