राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष उम्मीदवार के नाम पर फैसला कर सकता है
देश में 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियां दोपहर को पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का फैसला कर सकती है।;
नई दिल्ली। देश में 17 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियां गुरुवार दोपहर को पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम का फैसला कर सकती है। इस संदर्भ में होने वाली बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी।
एक दिन पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार की पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का फैसला किया था।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने यहां कहा, "आज होने वाली विपक्ष की बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी, जिसमें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा की जाएगी।"
उन्होंने कहा, "देखते हैं, बैठक का परिणाम क्या रहता है?" खड़गे ने जदयू द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "नीतिश कुमार की पार्टी जद (यू) ने कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया है, यह उनका फैसला है।"
उन्होंने कहा, "इससे पहले विपक्षी पार्टियों की बैठक में जद (यू) नेता शरद यादव ने राष्ट्रपति उम्मीदवार पर जल्दबाजी में फैसला नहीं करने की सलाह दी थी।" शरद यादव राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर फैसला करने के लिए विपक्षी पार्टियों द्वारा गठित उपसमिति के सदस्य भी हैं।
सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए विपक्षी दलों से चर्चा करने की पहल की थी। इस संदर्भ में सोनिया गांधी से मुलाकात करने वालों में नीतिश कुमार भी थे और उनकी पार्टी के नेताओं ने समूह की सभी बैठकों में हिस्सा लिया था।
वामपंथी दल कोविंद के मुकाबले उम्मीदवार उतारने के पक्ष में हैं। वे इसे 'विचारात्मक द्वंद्व' कहते हैं। कुछ पार्टियां राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार का नाम भी सुझा रही हैं, जबकि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे का नाम भी चर्चा है। ये भी दलित हैं।