छात्रों को राष्ट्र निर्माण के लिए करें तैयार : शुक्ला

 छात्र में अंतर्निहित शक्तियों का विकास ही शिक्षक का कार्य है, शिक्षा सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन की वाहक है;

Update: 2017-11-29 14:36 GMT

ग्रेटर नोएडा।  छात्र में अंतर्निहित शक्तियों का विकास ही शिक्षक का कार्य है, शिक्षा सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन की वाहक है। समय की चुनौती यह है कि शिक्षक छात्र को राष्ट और समाज के निर्माण के लिए तैयार करें। कक्षा के भीतर शिक्षक को विषय तक ही न सीमित रहकर छात्र के सर्वांगीण विकास पर ध्यान देना चाहिए ये बातें मेरठ मंडल के शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक दिव्यकांत शुक्ला ने शिक्षकों का प्रभाव विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में कहा। आईआईएमटी कॉलेज में छात्रों के जीवन पर शिक्षकों का प्रभाव विषय पर विचार गोष्ठी  आयोजित की गई।

विद्या भारती के पश्चिमी उतर प्रदेश के संगठन मंत्री तपन कुमार ने कहा कि शिक्षक अगर छात्र को मन से पढ़ाना चाहता है तो छात्र जरूर पढ़ना चाहेगा। छात्र पढ़ने के बाद कुछ याद रखता है और कुछ भूल जाता है। जो छात्र को याद रह जाता है वहीं विद्या है। शिक्षक का काम है छात्र के ह्रदय की ऊंचाइयों को बढ़ाना। भारत ही ऐसा देश है जहां विद्यार्थी अपने शिक्षक को भगवान के रूप में देखता है और शिक्षक भी विद्यार्थी को भगवान मानता है, क्योंकि छात्र के होने पर ही शिक्षक का अस्तित्व निर्भर करता है। 

आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने कहा कि शिक्षक ही छात्रों के लिए रोल मॉडल है। छात्र शिक्षकों को देखकर ही सीखता है, इसलिए शिक्षक का कर्तव्य है कि वह छात्रों को समाज के विकास के लिए प्रेरित करें। गाजियाबाद जिला विद्यालय निरीक्षक पंकज पांडे ने कहा कि छात्र एक सादे कैनवास की तरह है जिसपर शिक्षक जीवन के रंग भरता है।

गौतम बुद्ध नगर जिला विद्यालय निरीक्षक पी. के. उपाध्याय ने कहा कि शिक्षा संस्थान एक टकसाल की तरह हैं जिनमें भविष्य के बहुमूल्य सिक्के तैयार किए जाते हैं। कार्यक्रम के अन्तभ में मेधवी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की गयी। इसके साथ ही आईआईएमटी कॉलेज परिसर में जिला प्रशासन की तरफ से भावी मतदाता जागरुकता के लिए जिलास्तरीय राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता गौतम बुद्ध नगर के उपजिलाधिकारी कुमार विनीत ने किया। 

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