मल्लिकार्जुन खरगे का बड़ा दावा, कहा- बिहार को 20 वर्षों की लाचार व्यवस्था से मुक्ति दिलाएगी महागठबंधन सरकार

बिहार के दूसरे चरण में 122 विधानसभा सीटों के लिए 11 नवंबर को वोटिंग है। इसके लिए चुनावी दलों का प्रचार-प्रसार खत्म हो गया। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने का दावा किया;

Update: 2025-11-10 10:04 GMT

महागठबंधन सरकार बिहार को 20 वर्षों की लाचार व्यवस्था से मुक्ति दिलाएगी : मल्लिकार्जुन खरगे

नई दिल्ली। बिहार के दूसरे चरण में 122 विधानसभा सीटों के लिए 11 नवंबर को वोटिंग है। इसके लिए चुनावी दलों का प्रचार-प्रसार खत्म हो गया। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने का दावा किया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "महागठबंधन सरकार बिहार को 20 वर्षों की लाचार व्यवस्था से मुक्ति दिलाएगी। अब पलायन रुकेगा, युवाओं के भविष्य से अंधेरा छटेगा और हर घर में नौकरी से उनका कल संवरेगा!"

उन्होंने लिखा, "अब अन्याय का अंत करेंगे, सामाजिक न्याय से बिहार को बदलेंगे, दलित, महादलित, आदिवासी, पिछड़े, अति-पिछड़े, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों व अल्पसंख्यकों को उनके अधिकार मिलेंगे! महिला, किसान, युवा, समाज के हर वर्ग का आर्थिक उत्थान होगा, राज्य की तस्वीर बदलने के लिए, बिहार की जनता प्रस्थान कर चुकी है!"

खरगे ने बिहार के गौरव को लौटाने की बात कही और कहा कि ऐसा संभव करने की गारंटी है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने एक फोटो भी शेयर किया, जिसमें महागठबंधन के चुनावी वादों को बताया गया है। इनमें 200 यूनिट फ्री बिजली, गैस सिलेंडर के लिए 500 रुपए, महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपए, हर परिवार में एक सरकारी नौकरी, सहारा में फंसे पैसों को दिलाने के लिए एसआईटी का गठन और जीविका दीदियों को 30,000 रुपए की सैलरी देने का वादा है।

इसके अलावा महिलाओं को फ्री बस सेवा, दिव्यांगों को 3,000 रुपए की पेंशन, वृद्धजनों को 1,500 की पेंशन और 25 लाख रुपए तक के फ्री इलाज का भी वादा किया गया है।

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज के लिए 6 नवंबर को वोटिंग हुई। पहले चरण में बिहार की 121 सीटों के लिए वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 6 नवंबर को हुए पहले चरण में करीब 65.08 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें समस्तीपुर में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 71.74 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं, राजधानी पटना में सबसे कम 59.02 प्रतिशत मतदान हुआ।

विपक्षी महागठबंधन के नेता जहां एक ज्यादा वोटिंग प्रतिशत को सत्ता परिवर्तन का संकेत बता रहे हैं, वहीं सत्ताधारी एनडीए के नेता इसे नीतीश कुमार की मजबूती से वापसी का संकेत मान रहे हैं।

Full View

Tags:    

Similar News