नरोत्तम मिश्रा की सदस्यता को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ीं

 मध्यप्रदेश विधानसभा के सोमवार से प्रारंभ हो रहे मानसून सत्र और संसदीय कार्य एवं जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा की सदस्यता को लेकर उपजे हालातों के बीच राजधानी भोपाल में राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ गयी ह;

Update: 2017-07-16 17:18 GMT

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के सोमवार से प्रारंभ हो रहे मानसून सत्र और संसदीय कार्य एवं जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा की सदस्यता को लेकर उपजे हालातों के बीच राजधानी भोपाल में राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ गयी हैं।

राज्य के वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार, राजस्व मंंत्री उमाशंकर गुप्ता और सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विश्वास सारंग ने आज यहां विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा के निवास पर पहुंचकर ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोप लगाया गया है कि विपक्ष के नेता अजय सिंह ने विधानसभा सत्र के संदर्भ में मीडिया के समक्ष अमर्यादित भाषा का उपयोग किया है।

ज्ञापन के मुताबिक सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में ऐसी अप्रिय स्थिति बना देंगे, जो पहले कभी नहीं हुयी है। तीनों मंत्रियों के हस्ताक्षर से युक्त इस ज्ञापन में कहा गया है कि नेता प्रतिपक्ष के इस बयान से सभी विधायकों में शंका और भय का वातावरण है।

राज्य विधानसभा की गौरवशाली परंपराएं हैं और उसके विपरीत जाकर नेता प्रतिपक्ष ने यह बयान दिया है। ज्ञापन के अनुसार इस बयान के कारण राष्ट्रपति चुनाव में भी विधायक मतदाताओं में भय का माहौल व्याप्त है।

उत्तरप्रदेश विधानसभा की परिस्थितियां भी सबके सामने हैं, इसलिए और अधिक भय का वातावरण निर्मित हो गया है। ज्ञापन में अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि वे इस मसले पर नेता प्रतिपक्ष से चर्चा करें जिससे पता चल सके कि अप्रिय स्थिति क्या है।

अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि वे इस विषय में सर्वदलीय बैठक बुलाकर समस्त दलों के विधायकों में 'व्याप्त भय' के वातावरण को दूर करने का प्रयास करें।
ज्ञापन में विधायकों को सुरक्षा प्रदान करने के समुचित उपाय किए जाने का निवेदन भी किया गया है।

ज्ञापन देने के बाद वन मंत्री डॉ शेजवार ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि वे सदन की कार्यवाही निर्विघ्न रूप से चलने देना चाहते हैं और इसलिए यह ज्ञापन दिया गया है।साथ ही उन्होंने सत्तारूढ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों से भी पूरी तरह अनुशासित और मर्यादा में रहने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भले ही विपक्ष के सदस्य कोई कार्रवाई करें, भाजपा सदस्यों को शांत रहना है।

ज्ञापन में उल्लेखित 'उत्तरप्रदेश विधानसभा की परिस्थितियां सबके सामने हैं' के संदर्भ में पूछे जाने पर डॉ शेजवार संभलकर जवाब देते हुए पेश आए। उन्होंने नपे तुले अंदाज में कहा कि यह सबको पता है।

दरअसल पेड न्यूज मामले में राज्य के संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को निर्वाचन आयोग ने अयोग्य घोषित करते हुए उनके तीन साल तक चुनाव लडने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद से विपक्षी दल कांग्रेस उनके त्यागपत्र देने की मांग कर रहा है, वहीं डॉ मिश्रा अदालत की शरण में हैं।
यह मामला फिलहाल दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष है।

कल विपक्ष के नेता सिंह ने मीडिया के समक्ष कहा कि डॉ मिश्रा राष्ट्रपति चुनाव के लिए 17 जुलाई को होने वाले मतदान में वोट नहीं दे पाएंगे तो उन्हें सदन में प्रवेश करने का अधिकार भी नहीं है।

उन्होंने कहा कि यदि एेसा हुआ तो सदन में ऐसी अप्रिय स्थिति बना देंगे, जो पहले कभी नहीं हुयी।राष्ट्रपति चुनाव के लिए मध्यप्रदेश के विधायक कल विधानसभा परिसर में बनाए गए मतदान केंद्र में मतदान करेंगे।वहीं कल से मानसून सत्र भी प्रारंभ हो रहा है।
 

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